इंदौर। शहर में लगातार फैल रहा कोरोना संक्रमण एक बार फिर घातक रूप दिखाने लगा है. यही वजह है कि शहर में गंभीर रूप से संक्रमण के बाद मौतों का सिलसिला फिर शुरू हो गया है. बीते कुछ दिनों में यहां कोरोना से कई मौतें हो चुकी हैं. जिसके चलते इंदौर में मरने वालों की संख्या 943 तक पहुंच गई है. वहीं करीब शहर में संक्रमित मरीजों की संख्या 2000 के आंकड़े को पार कर गई है. जिनमें से 1752 एक्टिव मरीज हैं. इंदौर जिला प्रशासन ने संक्रमण को देखते हुए मुंबई समेत महाराष्ट्र से आने वाले प्रत्येक यात्री की जांच एयरपोर्ट पर ही कराने का निर्णय लिया है. ऐसी स्थिति में यात्री बिना जांच के इंदौर में प्रवेश नहीं कर पाएंगे.
गिरीश गौतम ने पूर्व विधायकों की सुविधाओं को लेकर की बैठक
नहीं थम रहा मौता का सिलसिला
इंदौर जिला प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद कोरोना संक्रमण के प्रति लापरवाही बरतने के फल स्वरुप शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. यही स्थिति गंभीर मरीजों और मौतों को लेकर भी है. फिलहाल इंदौर में 1752 एक्टिव मरीज हैं. जिनका इलाज चल रहा है, जबकि सोमवार को आई स्वास्थ विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 2280 लोगों की जांच के बाद फिर 264 लोगों को कोरोना वायरस मन की पुष्टि हुई है. जिनमें से 89 मरीजों को दोबारा संक्रमण हुआ है. अस्पतालों में भर्ती कोरोना के गंभीर मरीजों की मौतों का सिलसिला भी शुरू हो गया है. बीते कुछ दिनों में एक के बाद एक करके हो रही मौतों के कारण जिले में कोरोना के मरने वालों का आंकड़ा 943 तक पहुंच गया है. इधर शहर के श्मशान और मुक्तिधाम में कोरोना से मरने वाले मरीजों का अंतिम संस्कार होना भी शुरू हो गया है. इधर जिला प्रशासन ने बिगड़ती स्थिति से बचाव के लिए शहर के विभिन्न अस्पतालों में 3000 से ज्यादा बेड आरक्षित किए हैं. लोगों को कोरोना से बचाव के तमाम प्रयास करने की अपील की है.
एयरपोर्ट पर जांच रिपोर्ट दिखाना जरूरी
लगातार बढ़ रही मरीजों संख्या के मद्देनजर सोमवार को ही इंदौर जिला प्रशासन ने महाराष्ट्र के मुंबई समेत अन्य हिस्सों से हवाई यात्रा करके आने वाले लोगों की एयरपोर्ट पर ही कोरोना जांच कराना अनिवार्य कर दिया है. आशय के आदेश के तहत अब जो यात्री महाराष्ट्र राज्य से इंदौर एयरपोर्ट पर मध्यप्रदेश में आएंगे, उन्हें अपनी नेगेटिव आरटी पीसीआर जांच दिखाना जरूरी होगा. जांच रिपोर्ट नहीं होने पर एयरपोर्ट पर ही उन्हें अपनी जांच करानी होगी. जिसका शुल्क भी यात्रियों को भी चुकाना होगा, जिन यात्रियों की जांच एयरपोर्ट पर होगी, उन्हें टेस्ट कराने के बाद कोविड-19 निगरानी में क्वॉरेंटाइन रहना होगा. कलेक्टर मनीष सिंह के अनुसार तत्काल प्रभाव से लागू किए गए हैं. इस आदेश का उल्लंघन करने पर नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एवं एपिडेमिक डिजीज एक्ट के तहत संबंधों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर कार्रवाई की जाएगी.
18 डिप्टी कलेक्टर बनेंगे IAS, इन अधिकारियों के नामों पर मंथन
कोरोना स्ट्रेन का खतरा बढ़ा
इंदौर में बीते दिनों यूके स्ट्रेन के संभावित मरीजों की जांच के बाद करीब छह मरीजों को यूके स्ट्रेन की पुष्टि हुई थी. अब एक बार फिर आशंका जताई जा रही है कि नए सिरे से जो सैंपल दिल्ली भेजे गए थे, उनमें भी यूके स्ट्रेन के मरीजों के मिलने की आशंका है. यही वजह है कि इंदौर जिला प्रशासन ने बाहर से आने वाले यात्रियों खास तौर पर महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों के लिए जांच कराना अनिवार्य कर दिया है.