इंदौर। शहर के एक निजी स्कूल में तिलक लगाकर बच्चों के आने पर प्रतिबंध के मामले में अब राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है. बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने इसको लेकर आने वाले दिनों में स्कूल प्रबंधक से बात करने की बात कही है. तो वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी ने इस पूरे मामले में जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है.
तिलक पर लगाया बैन: पूरा मामला इंदौर के चंदन नगर थाना क्षेत्र का है. चंदन नगर थाना क्षेत्र के धार रोड पर मौजूद एक स्कूल श्री बाल विज्ञान शिशु विहार स्कूल में बच्चों के तिलक लगाकर आने पर स्कूल प्रबंधक ने बैन लगा दिया. जब इस पूरे मामले की जानकारी हिंदू संगठनों को लगी तो वह मौके पर पहुंचे और पूरे ही मामले में विरोध दर्ज करवाया. इस पूरे मामले में स्कूल प्रबंधक ने घटना को लेकर भी यू टर्न ले लिया है. उनका कहना था कि ''उन्होंने सभी बच्चों को हिदायत दी है कि वह जैसे भी स्कूल में आना चाहते हैं वैसे आए.''
तिलक सनातन धर्म का प्रतीक: जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि ''पूरे मामले में यह बात जरूर सामने आई है कि स्कूल में तिलक लगाकर नहीं आने की बात कही है, लेकिन उन्होंने इस घटना को लेकर खेद भी व्यक्त किया है. उनका कहना है कि कुछ लोग उस पूरे मामले को भुनाना चाहते हैं, ऐसी कोई घटना नहीं है. फिर भी पूरे मामले की जांच पड़ताल की जाएगी.'' वहीं, इस पूरे घटनाक्रम के सामने आने के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है. बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमरदीप मौर्य ने कहा कि ''तिलक सनातन धर्म का प्रतीक है और तिलक पर तो किसी भी व्यक्ति को आपत्ति नहीं लेना चाहिए.''
हिंदू संगठन करेगा स्कूल प्रबंधन से बात: जब अमरदीप मौर्य से पूछा गया कि स्कूल में अलग-अलग वर्ग विशेष के बच्चे भी पढ़ने के लिए आते हैं तो इस पर उनका कहना था कि ''वह तो अपने धर्म के मुताबिक टोपी व अलग अलग तरह से पहन कर आ ही रहे हैं.'' फिलहाल पूरे ही घटनाक्रम को लेकर हिंदू संगठन के कार्यकर्ता जल्द ही स्कूल प्रबंधक से एक बार और बात करेंगे. इधर स्कूल प्रबंधक ने खेद व्यक्त कर बच्चों को जिस भी तरीके से आना है उस तरह से आने की बात कह दी है.