इंदौर। नगर निगम निर्माण कार्यों को समय सीमा में पूरा करने के लाख दावे करता है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. जिले में बन रहा जवाहर मार्ग ब्रिज अब तक पूरा नहीं बन पाया है. एक साल के बाद भी इसका निर्माण अधूरा है.
नगर निगम ने कुलकर्णी भट्ठा स्थित जवाहर मार्ग ब्रिज को 100 दिनों में तैयार करने का दावा किया था, लेकिन एक साल बीत जाने के बावजूद ब्रिज का काम पूरा नहीं किया गया है, जिसके कारण आम लोगों को कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है.
ब्रिज निर्माण में हो रही देरी पर क्षेत्रीय पार्षद ने भी निगम अधिकारियों पर भेदभाव के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार में जिस तरह से ब्रिज के निर्माण कार्य की गति थी, कांग्रेस की सरकार आते ही वह गति पूरी तरह समाप्त हो गई है. अधिकारी जानबूझकर इस ब्रिज के निर्माण में देरी कर रहे हैं.
नगर निगम के समय पर काम पूरे करने के दावे खोखले, सालभर में भी नहीं बन सका ब्रिज
इंदौर नगर निगम ने कुलकर्णी भट्टा स्थित जवाहर मार्ग ब्रिज को 100 दिनों में तैयार करने का दावा किया था, लेकिन अब तक यह काम पूरा नहीं हुआ है. इस पर क्षेत्रीय पार्षद का कहना है कि अधिकारी जानबूझकर इस ब्रिज के निर्माण में देरी कर रहे हैं.
इंदौर। नगर निगम निर्माण कार्यों को समय सीमा में पूरा करने के लाख दावे करता है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. जिले में बन रहा जवाहर मार्ग ब्रिज अब तक पूरा नहीं बन पाया है. एक साल के बाद भी इसका निर्माण अधूरा है.
नगर निगम ने कुलकर्णी भट्ठा स्थित जवाहर मार्ग ब्रिज को 100 दिनों में तैयार करने का दावा किया था, लेकिन एक साल बीत जाने के बावजूद ब्रिज का काम पूरा नहीं किया गया है, जिसके कारण आम लोगों को कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है.
ब्रिज निर्माण में हो रही देरी पर क्षेत्रीय पार्षद ने भी निगम अधिकारियों पर भेदभाव के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार में जिस तरह से ब्रिज के निर्माण कार्य की गति थी, कांग्रेस की सरकार आते ही वह गति पूरी तरह समाप्त हो गई है. अधिकारी जानबूझकर इस ब्रिज के निर्माण में देरी कर रहे हैं.
Body:इंदौर नगर निगम के द्वारा जवाहर मार्ग ब्रिज को 100 दिन में तैयार कर खूब वाहवाही लूटी गई थी लेकिन वही नगर निगम इंदौर के कुलकर्णी भट्टा स्थित ब्रिज को 1 साल बीत जाने के बावजूद अभी तक तैयार नहीं कर पाया है जिसके कारण आम लोगों को कई कठिनाइयों का सामना उठाना पड़ रहा है ब्रिज निर्माण में हो रही देरी पर क्षेत्रीय पार्षद ने भी निगम अधिकारियों पर भेदभाव के आरोप लगाए हैं क्षेत्रीय भाजपा पार्षद के आरोप है कि भाजपा की सरकार में जिस तरह से ब्रिज के निर्माण कार्य की गति थी कांग्रेस की सरकार आते ही वह गति पूरी तरह समाप्त हो गई और जानबूझकर अधिकारियों के द्वारा इस ब्रिज के निर्माण में देरी की जाने लगी वहीं क्षेत्रीय पार्षद ने यह भी आरोप लगाए हैं कि एक ओर जहां नगर निगम पूरे शहर में रिमूवल की कार्रवाई कर अतिक्रमण हटा रहा है वहीं दूसरी और ब्रिज निर्माण के लिए एजेंसी को अतिक्रमण हटवा कर जगह भी उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है
बाईट - जीतू यादव, भाजपा पार्षद
Conclusion:नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही इतनी है कि साल भर बीत जाने के बावजूद नगर निगम ब्रिज को तो तैयार कर ही नहीं पाया है ब्रिज के आसपास मौजूद अतिक्रमण को भी नहीं हटा पाया है इस मामले को लेकर अब नगर निगम की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं