इंदौर। ड्रग्स तस्करी के मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के लिए इंदौर आईजी गुरुवार रात विजय नगर थाने में पहुंचे. इस दौरान बाहर मौजूद एक सिपाही मशे के हालत में हंगामा कर दिया. लेकिन थाने में पदस्थ पुलिस कर्मियों ने थाने के अंदर बैठे आईजी को इस बात की भनक भी नहीं लगने दी और हंगामा मचा रहे आरक्षक रवि यादव को डायल हंड्रेड के माध्यम से दूसरे थाने पर पहुंचा दिया.
आरक्षक को उठाकर थाने लाई थी पुलिस
बताया जा रहा है विजयनगर पुलिस ने भाग्यश्री कॉलोनी की एक युवती की शिकायत पर पुलिसकर्मी को थाने लेकर आई थी. थाने लाते समय पुलिसकर्मी नशे में धुत था. सिपाही नशे की हालत में इस कदर धुत्त था कि वह ठीक से बात भी नहीं कर पा रहा था। जिस वक्त पुलिस सिपाही को लेकर विजय नगर थाना पहुंची, तब थाने में आईजी एसपी समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे.
लसूड़िया थाने में है पदस्थ
आरक्षक रवि यादव लसूड़िया थाने में पदस्थ है. इंदौर के भाग्यश्री कॉलोनी में उसका मकान है,जिसे वह एक युवती को किराए पर दे रखा है. इसी युवती ने आरोप लगाया है कि उसके साथ बदतमीजी कर छेड़छाड़ की गई और इसकी शिकायत उसने डालय हंड्रेड को की.
आईजी को लग गई जानकारी
आरक्षक रवि यादव के खिलाफ हुई शिकायत और थाने के बाहर किए कारनामें की जानकारी जब आईजी को लगी तो उन्होंने इस पर संज्ञान लिया और मामले में एसपी व एडिशनल एसपी को पूरे मामले में जांच करते हुए आरक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए हैं.
पूछताछ के लिए आए थे आईजी
गुरुवार देर रात विजय नगर थाने में जिस समय यह घटना घटी है, उस वक्त आईजी और अन्य अधिकारी थाने में बंद नशे के सौदागर और देह व्यापार के आरोपियों से पूछताछ करने आए थे. गौरतलब है कि विजय नगर थाना पुलिस ने क्लब और पबों में नशा बेचने वाले बड़े गिरोह को पकड़ा है. मामले में वरिष्ठ अधिकारी भी सीधी नजर रख रहे हैं.
पुलिस की साख पर सवाल
अब देखना होगा कि इस पूरे ही मामले में आरक्षक के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई की जाती है. क्योंकि जिस तरह पुलिसकर्मी के ने नशे में धुत होकर युवती के साथ अभद्रता की और आईजी को की मौजूदगी में थाने के बाहर हंगामा कि. इससे पुलिस की साख पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.