इंदौर। कांग्रेस विधायकों की उपेक्षा के बाद अब भाजपा नेताओं द्वारा वार्ड स्तरीय संकट प्रबंधन समिति में आपराधिक तत्वों को जगह देने का मामला गरमा गया हैं. लिहाजा क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों को भंग करने की मांग अब कांग्रेस ने की हैं. वहीं तमाम कांग्रेसी नेताओं ने अपनी मांग को लेकर संभाग आयुक्त को ज्ञापन सौंपा.
क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी को भंग करने की मांग
दरअसल, कोरोना महामारी के दौरान जनता कर्फ्यू समेत तमाम मामलों में कांग्रेस नेताओं और विपक्षी विधायकों की मांगों की लगातार अनदेखी की जा रही थी. इस बीच जब वार्ड स्तर पर बनी आपदा प्रबंधन समिति में ऐसे लोगों को शामिल किया गया, जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, तो कांग्रेस ने क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी को ही भंग करने की मांग की.
आपदा प्रबंधन समिति बैठक आयोजित, तुलसी सिलावट रहे मौजूद
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी का आरोप है कि इन कमेटियों में कई ऐसे चेहरे शामिल हैं, जिनके खिलाफ अलग-अलग थानों में अपराध दर्ज हैं. इस मामले को लेकर सोमवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल संभाग आयुक्त पवन शर्मा से मुलाकात करने पहुंचा. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने संभागायुक्त पवन शर्मा के समक्ष आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि आखिर कैसे आपराधिक प्रवृत्ति से जुड़े लोगों को क्राइसिस मैनेजमेंट का हिस्सा बना लिया गया है?.
दूसरी तरफ कांग्रेस नेता फौजिया शेख अलीम का कहना है कि अगर यह कमेटी भंग नहीं की जाती हैं, तो कांग्रेस कोर्ट का रास्ता अख्तियार करेगी. इधर इस मामले में संभाग आयुक्त पवन शर्मा का कहना है कि शिकायत के आधार पर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल से चर्चा की जाएगी, जिसके बाद क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी को लेकर कोई निर्णय लिया जाएगा.