इंदौर। प्रदेश के जल संसाधन मंत्री कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विकास दुबे के एनकाउंटर के मामले में बात कर रहे थे. तभी उनकी जबान फिसल गई और उन्होंने विकास दुबे की जगह, देश के प्रधानमंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री को कलंक कह कर संबोधित कर दिया था.
उसके थोड़ी देर बाद मंत्री अपने बयान से पलट गए और उन्होंने कांग्रेस पर बयान में छेड़छाड़ के आरोप लगाते हुए, कानूनी कर्रवाई तक कि बात कह दी थी. उसी मामले की शिकायत लेकर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता आज डीआईजी कार्यालय पहुंचे और इस मामले के खिलाफ कार्रवाई को लेकर ज्ञापन सौंपा.
जल संसाधान मंत्री तुलसी सिलावट के बयान पर अभी भी विवाद जारी है. कल खुद तुलसी सिलावट ने अजीबोगरीब बयान देकर सुर्खियों में आए और थोड़ी देर बाद बयान से पलट कर उसे कांग्रेस की साजिश बता कर कानूनी कार्रवाई की धौंस दे दी. मंत्री सिलावट के पटलवार के बाद से कांग्रेस बौखलाई हुई है. इसी के चलते मामले की शिकायत लेकर इंदौर में कांग्रेस कार्यकर्ता डीआईजी कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने निष्पक्ष कार्रवाई की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा और मंत्री तुलसी सिलावट को जमकर आडे़ हाथों लिया.