इंदौर। केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन महज औपचारिकता बनकर रह गया. इस प्रदर्शन में न तो कांग्रेस का कोई विधायक पहुंचा और न ही पार्टी का कोई बड़ा पदाधिकारी. कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर मध्यप्रदेश के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए प्रदेश व्यापी आंदोलन करने का ऐलान किया, लेकिन कांग्रेस के बड़े नेताओं ने इस विरोध- प्रदर्शन में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रर्दशन कर राष्ट्रपति के नाम कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा है.
कांग्रेस ने बीजेपी के किसान आक्रोश आंदोलन को नौटंकी करार दिया है. साथ ही केंद्र सरकार से आपदा राहत राशि जल्द प्रदेश सरकार को दिया जाने की मांग की है, ताकि समय से किसानों को मुआवजा और नुकसान की भरपाई प्रदेश सरकार कर सके.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि प्रदेश में हुई भारी बारिश के कारण किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं. जिसका केंद्रीय दलों ने निरीक्षण भी किया, लेकिन अभी तक राहत राशि केंद्र सरकार ने नहीं दी है.
कांग्रेस ने अतिवृष्टि से बर्बाद हुई किसानों की फसलों, सड़कों और अन्य नुकसान की भरपाई के लिए आपदा राहत कोष से राशि दिए जाने की मांग की है, राहत राशि नहीं मिलने पर कांग्रेस आज पूरे प्रदेश में केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है.