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कांग्रेस ने जमीन सौदे की जांच IT, ED से करवाने की मांग, ट्रस्ट को SC के अधीन करने की मांग

एमपी कांग्रेस के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने राम मंदिर निर्माण समिति के जमीन के सौदे की मांग IT, ED से करवाने की मांग की है. इसके अलावा उन्होंने राम जन्म भूमि ट्रस्ट को सुप्रीम कोर्ट के अधीन करने की मांग भी की है.

Congress demands investigation of land deal by IT, ED
कांग्रेस ने जमीन सौदे की जांच IT, ED से करवाने की मांग
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Published : Jun 14, 2021, 10:39 PM IST

इंदौर/गुना। अयोध्या के राम जन्म भूमि ट्रस्ट (Ram Janmbhoomi Trust) पर लग रहे करोड़ों के जमीन घोटाले के आरोपों के बीच कांग्रेस ने पूरे मामले की जांच इनकम टैक्स (Income Tax) विभाग और ईडी (ED) से कराने की मांग की है. कांग्रेस के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने आरोप लगाए हैं कि राम जन्म भूमि ट्रस्ट ने एक डमी विक्रेता तैयार करके उसके नाम से 2 करोड़ की जमीन साढे अट्ठारह करोड़ में खरीद ली, जबकि तब तक संबंधित विक्रेता के पक्ष में जमीन की रजिस्ट्री नहीं हुई थी. कांग्रेस का आरोप है कि वहां जमीन की गाइडलाइन करीब 6 लाख रुपए प्रति एकड़ है, लेकिन जमीन का भुगतान साढ़े 18 करोड़ रुपए कर दिया गया. राकेश सिंह यादव ने इस मामले में ट्रस्ट के पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है.

कांग्रेस ने जमीन सौदे की जांच IT, ED से करवाने की मांग

सुप्रीम कोर्ट ट्रस्ट को अपने अधीन ले

एमपी कांग्रेस (Congress) के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने कहा कि राम मंदिर ट्रस्ट को इस तरह की गड़बड़ियों से बचाने के लिए पूरी व्यवस्था को सुप्रीम कोर्ट को अपने अधीन ले लेना चाहिए. इसके अलावा एक निगरानी कमेटी गठित करके मंदिर निर्माण की व्यवस्थाएं की जाना चाहिए. राकेश सिंह यादव ने कहा कि पूरे घोटाले के दस्तावेजी प्रमाण से स्पष्ट है कि ट्रस्ट ने पहले ऐसे व्यक्ति से जमीन खरीदी जिसके नाम पर खुद जमीन नहीं थी, इसलिए ट्रस्ट को पहले कैसे पता चला कि संबंधित व्यक्ति के नाम रजिस्ट्री होगी.

राम मंदिर निर्माण होगा तेज, भरतपुर में बलुआ पत्थर खनन को केंद्र की मंजूरी

IT, ED करें मामले की जांच

कांग्रेस की मांग है कि पूरे मामले को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, ईडी को सौंपा जाना चाहिए, जिससे कि गाइडलाइन से ज्यादा में हुए भुगतान पर संज्ञान लिया जा सके. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पहले भी मंदिर निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर नकद राशि का एकत्रीकरण किया गया था. करीब 25 साल से ट्रस्ट के पास जो 14 से 15 करोड़ रुपए थे उस चंदे का भी हिसाब अब तक नहीं दिया गया और अब फिर मंदिर निर्माण के नाम पर चंदा एकत्र किया गया है. राकेश सिंह यादव ने कहा कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के चंपत राय जैसे पदाधिकारी देशभर के श्रद्धालुओं के विश्वास पर चुना लगा रहे हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होना चाहिए.

जयवर्धन सिंह ने उठाए सवाल

जयवर्धन सिंह ने भी उठाए सवाल

इस मामले में कांग्रेस के विधायक और दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह का भी बयान आया है. जयवर्धन सिंह ने यह भ्रष्टाचार बेहद गंभीर है. भगवान राम के नाम पर करोड़ों रूपयों का घोटाला करने वालों को शर्म आना चाहिए. जिस जमीन को लेकर विवाद चल रहा है, उसमें रामजन्म भूमि ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र गवाह है. इन लोगों ने भगवान राम को भी नहीं छोड़ा. यह भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है. जयवर्धन सिंह ने कहा कि केवल पांच मिनट में कोई जमीन 2 करोड़ से सीधे साढ़े 18 करोड़ की कैसे हो सकती है.

इंदौर/गुना। अयोध्या के राम जन्म भूमि ट्रस्ट (Ram Janmbhoomi Trust) पर लग रहे करोड़ों के जमीन घोटाले के आरोपों के बीच कांग्रेस ने पूरे मामले की जांच इनकम टैक्स (Income Tax) विभाग और ईडी (ED) से कराने की मांग की है. कांग्रेस के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने आरोप लगाए हैं कि राम जन्म भूमि ट्रस्ट ने एक डमी विक्रेता तैयार करके उसके नाम से 2 करोड़ की जमीन साढे अट्ठारह करोड़ में खरीद ली, जबकि तब तक संबंधित विक्रेता के पक्ष में जमीन की रजिस्ट्री नहीं हुई थी. कांग्रेस का आरोप है कि वहां जमीन की गाइडलाइन करीब 6 लाख रुपए प्रति एकड़ है, लेकिन जमीन का भुगतान साढ़े 18 करोड़ रुपए कर दिया गया. राकेश सिंह यादव ने इस मामले में ट्रस्ट के पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है.

कांग्रेस ने जमीन सौदे की जांच IT, ED से करवाने की मांग

सुप्रीम कोर्ट ट्रस्ट को अपने अधीन ले

एमपी कांग्रेस (Congress) के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने कहा कि राम मंदिर ट्रस्ट को इस तरह की गड़बड़ियों से बचाने के लिए पूरी व्यवस्था को सुप्रीम कोर्ट को अपने अधीन ले लेना चाहिए. इसके अलावा एक निगरानी कमेटी गठित करके मंदिर निर्माण की व्यवस्थाएं की जाना चाहिए. राकेश सिंह यादव ने कहा कि पूरे घोटाले के दस्तावेजी प्रमाण से स्पष्ट है कि ट्रस्ट ने पहले ऐसे व्यक्ति से जमीन खरीदी जिसके नाम पर खुद जमीन नहीं थी, इसलिए ट्रस्ट को पहले कैसे पता चला कि संबंधित व्यक्ति के नाम रजिस्ट्री होगी.

राम मंदिर निर्माण होगा तेज, भरतपुर में बलुआ पत्थर खनन को केंद्र की मंजूरी

IT, ED करें मामले की जांच

कांग्रेस की मांग है कि पूरे मामले को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, ईडी को सौंपा जाना चाहिए, जिससे कि गाइडलाइन से ज्यादा में हुए भुगतान पर संज्ञान लिया जा सके. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पहले भी मंदिर निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर नकद राशि का एकत्रीकरण किया गया था. करीब 25 साल से ट्रस्ट के पास जो 14 से 15 करोड़ रुपए थे उस चंदे का भी हिसाब अब तक नहीं दिया गया और अब फिर मंदिर निर्माण के नाम पर चंदा एकत्र किया गया है. राकेश सिंह यादव ने कहा कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के चंपत राय जैसे पदाधिकारी देशभर के श्रद्धालुओं के विश्वास पर चुना लगा रहे हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होना चाहिए.

जयवर्धन सिंह ने उठाए सवाल

जयवर्धन सिंह ने भी उठाए सवाल

इस मामले में कांग्रेस के विधायक और दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह का भी बयान आया है. जयवर्धन सिंह ने यह भ्रष्टाचार बेहद गंभीर है. भगवान राम के नाम पर करोड़ों रूपयों का घोटाला करने वालों को शर्म आना चाहिए. जिस जमीन को लेकर विवाद चल रहा है, उसमें रामजन्म भूमि ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र गवाह है. इन लोगों ने भगवान राम को भी नहीं छोड़ा. यह भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है. जयवर्धन सिंह ने कहा कि केवल पांच मिनट में कोई जमीन 2 करोड़ से सीधे साढ़े 18 करोड़ की कैसे हो सकती है.

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