इंदौर। पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने आरोप लगाते हुए कहा राज्य सरकार के कुछ आईएएस अधिकारी ऐसे हैं, जो सिर्फ शिवराज के इशारे पर कर्ज लेने का काम देख रहे हैं. इससे जनता पर ही कर्ज का बोझ बढ़ रहा है. इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना है. उन्होंने कहा यही स्थिति केंद्र में है.
यह है कर्ज की स्थिति : केंद्र में पूर्ववर्ती मनमोहनसिंह सरकार के दौरान 31 मार्च, 2015 तक देश पर 32 लाख 62 हजार 357.55 करोड़ का कर्ज था, जो नरेंद्र मोदी सरकार के 7 वर्षीय कार्यकाल में बढ़कर 31 मार्च 22 तक 136 लाख करोड़ हो गया है. यही नहीं इन्हीं 7 सालों में यानी 1 अप्रैल, 2015 से 31 मार्च 2021 तक मोदी सरकार ने बैंकों के 11 लाख 19,482 करोड़ रुपये के कर्ज माफ कर दिए हैं. पटवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब देश पर आर्थिक संकट मंडरा रहा है तो मात्र अपना चेहरा चमकाने के लिए 911 करोड़ के विज्ञापन, 8,400 करोड़ का नया विमान खरीदने, 20 हजार करोड़ खर्च कर सेंट्रल विस्ता प्रोजेक्ट की जरूरत क्यों ?
शिवराज सरकार को भी घेरा : पटवारी ने शिवराज सरकार को भी घेरते हुए कहा कि पूर्ववर्ती दिग्विजय सरकार के दौरान राज्य पर 33 हजार करोड़ रुपये कर्ज था, जो अब बढ़कर 3.50 लाख करोड़ हो गया है. शिवराज सरकार औसत 3000 करोड़ रुपये प्रतिमाह कर्ज ले रही है. इसके बाद भी आत्मनिर्भर होने का झूठ परोसकर सरकार आत्ममुग्ध हो रही है. (Congress allegation Shivraj and Modi government) (Shivraj government taking excessive debt)