इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर के ख्यात चित्रकार एवं संविधान की मूल प्रति पर अशोक स्तंभ बनाने वाले दीनानाथ भार्गव की दुर्लभ पेंटिंग के गायब होने का मामला सामने आया है, इस मामले में उनके पुत्र सौमित्र भार्गव द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत आईजी इंदौर एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को शिकायत की गई है. (Artist Dinanath Bhargava) मामले को लेकर की गई शिकायत में सौमित्र भार्गव द्वारा बताया गया है कि, उनके घर 8 आनंद नगर चितावाद रोड के दो कमरों में दीनानाथ भार्गव द्वारा बनाई गई दुर्लभ 240 से ज्यादा पेंटिंग रखी हैं, जिसे उनके बड़े भाई सत्येंद्र भार्गव द्वारा गायब कर दिया गया है.
आर्ट गैलरी को सौंपनी थीं दीनानाथ भार्गव की दुर्लभ पेंटिग: शिकायत के अनुसार, "सत्येंद्र भार्गव जर्मनी से हाल ही में अपनी पत्नी के इलाज के लिए इंदौर आया था लेकिन इलाज के बाद सत्येंद्र की पत्नी की मृत्यु हो गई, इसलिए वो दीनानाथ भार्गव के चितावाद रोड स्थित घर में ही रह रहा था. जिस कमरे में दीनानाथ भार्गव की दुर्लभ पेंटिंग रखी थी, उसकी चाबी भी सत्येंद्र के पास ही रहती थी. हाल ही में इन पेंटिंग को प्रेस्टीज आर्ट गैलरी को सौंपने संबंधी सहमति गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा भार्गव परिवार को दी गई थी, जिसके चलते उक्त तमाम पेंटिंग एवं दीनानाथ भार्गव की विरासत की दुर्लभ सामग्री आर्ट गैलरी को सौंपनी थी."
दीनानाथ भार्गव की 180 पेंटिंग गायब: शिकायत में कहा गया है कि, "24 अगस्त को जब सभी पेंटिंग आर्ट गैलरी को सौंपने की बारी आई तो दीनानाथ भार्गव की पत्नी प्रभा भार्गव ने सत्येंद्र से पेंटिंग निकालने के लिए कमरों की चाबी मांगी, लेकिन सत्येंद्र ने उनके साथ ही मारपीट और अभद्रता की." सौमित्र के मुताबिक, "सारी पेंटिंग अब भी गायब हैं, जिनकी शिकायत पुलिस को की गई है." फिलहाल मौके पर 80 पेंटिंग ही पाई गई हैं, जबकि 180 पेंटिंग गायब हैं."
इंदौर के कलाकार दीनानाथ भार्गव ने बनाया था संविधान के प्रथम पृष्ठ का अशोक स्तंभ
कौन हैं दीनानाथ भार्गव: दरअसल संविधान के पहले पेज पर अशोक स्तंभ बनाने वाले दीनानाथ भार्गव का जन्म 1 नवंबर 1927 को हुआ था, उसी दौरान संविधान सभा के निर्देश पर 1949 में शांति निकेतन में रहते हुए दीनानाथ भार्गव को संविधान के मुख्य पेज पर अशोक स्तंभ बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी. इस जिम्मेदारी को दीनानाथ भार्गव ने बखूबी निभाया भी, आज भी संविधान की मूल कृतियों पर यही क्षेत्र मौजूद है.