इंदौर। स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिए केंद्र द्वारा तय की गई गाइड लाइन अब पहले के मुकाबले और भी जटिल हो गई है. जिसके चलते देश के सबसे साफ शहर के लिए चुनौतियां और भी ज्यादा बढ़ गई हैं. स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिए नई गाइड लाइन के मुताबिर खरा उतरना इंदौर नगर निगम के लिए काफी जटिल दिख रहा है.
इस बार के सर्वेक्षण में वार्षिक पैटर्न को हटाकर तिमाही प्रणाली को लागू किया गया है. इसके तहत जहां पहले हर साल की शुरुआत में केंद्रीय दल द्वारा शहर के विभिन्न स्थानों का निरीक्षण कर अंक निर्धारित किए जाते थे. उसमें अब यह सर्वे हर 3 महीने में किया जाएगा, जिसके आधार पर ही साल की शुरुआत से लेकर अंत तक अंक तय किए जाएंगे. इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि इंदौर में पूर्व में हुए सर्वे को लेकर काफी काम किया गया है. इसलिए इस बार भी सर्वे में परेशानी नहीं आएगी, लेकिन कहीं न कहीं पूरे साल अंको को लेकर चौकस रहना निगम के लिए चुनौती साबित होगा.
इंदौर में स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के दौरान 3 आर कॉन्सेप्ट पर खूब काम किया गया था, जिसका फायदा सर्वे में नगर निगम को मिला है. इंदौर लगातार तीन बार स्वच्छता में नंबर वन शहर बना हुआ है.