इंदौर| संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में कमिश्नर कार्यालय सभागार में कान्ह नदी सफाई को लेकर समीक्षा की गई. आकाश त्रिपाठी ने कहा कि शहर के बीचो बीच बहने वाली कान्ह नदी अब नाले का रूप ले चुकी है, लेकिन सामूहिक प्रयासों से इसे पुनः नदी के स्वरूप में लाया जा सकता है. वर्तमान में प्रशासन द्वारा कान्ह नदी को साफ करने का काम किया जा रहा है.
आकाश त्रिपाठी ने नगर निगम को दिशा निर्देश दिए हैं कि नदी में मिलने वाले गंदे नालों की टैपिंग की जाए और गंदे नालों से आने वाले पानी को ट्रीटमेंट प्लांट तक ले जाया जाए. आकाश त्रिपाठी ने इस काम के लिए नगर निगम को दिसंबर 2019 का समय दिया है. बैठक के दौरान बताया गया कि 11 स्टॉप डैम हैं जोकि नदियों में बने हुए हैं. इनसे वर्षा जल को संग्रहित किया जाएगा.
नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह ने बताया कि कान्ह नदी में इंदौर शहर के 434 गंदे नाले-नालियां मिल रहे हैं, इन्हें पाइप लाइन के जरिए शहर के बाहर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में मिलाया जाएगा. 31 दिसम्बर 2019 तक शहर के सभी नाले-नालियों का गंदा पानी रोक दिया जाएगा. कान्ह नदी का चौड़ीकरण और गहरीकरण किया जा रहा है और पक्के घाट बनाए जा रहे हैं.