इंदौर। खाने पीने के मामले में इंदौर देशभर में पहचान बना चुके है. यहां 56 दुकान और सराफा बाजार में मिलने वाला स्ट्रीट फूड काफी फेमस है. 56 दुकान पर ही मिलने वाला हॉट डॉग एशिया में सबसे अधिक बिकने वाला हॉट डॉग बन चुका है, लेकिन इन 56 दुकानों के व्यंजनों का स्वाद चखने के लिए खाने के शौकिनों को और इंतजार करना पड़ेगा. लॉकडाउन के बाद बंद पड़ी 56 दुकान को शुरू करने के लिए अब दुकानदार ऑनलाइन डिलीवरी की योजना बना रहे हैं. इसके लिए सरकार की अनुमति का इंतजार है.
इंदौर के 56 दुकान को अमेरिका के टाइम स्क्वायर की तर्ज पर तैयार किया गया था, लेकिन पूरी तरह से तैयार होने के बाद यह मार्केट 56 घंटे भी चालू नहीं रह सका और देश में लॉकडाउन की घोषणा हो गया. उसके बाद से ही यह मार्केट पूरी तरह से वीरान पड़ा है. यहां के व्यंजनों को लेकर व्यापारियों ने एक नई योजना बनाना शुरू की है. जिससे कि शासन से अनुमति मिलने के बाद शुरू किया जाएगा. हालांकि अभी व्यापारियों के सामने कई चुनौतियां भी हैं.
इंदौर के 56 दुकान के नए स्वरूप को टाइम्स स्क्वायर की तर्ज पर तैयार किया गया था. इसके लिए 15 जनवरी से ही 56 दुकान पर काम को शुरू कर दिया गया था. जिसके कारण यहां के व्यापारियों की दुकानें 1 महीने से अधिक समय के लिए प्रभावित भी हुई थी. नगर निगम ने इस काम को रिकॉर्ड 56 दिनों में पूरा करके दिखाया था, लेकिन पूरी तरह से तैयार होने के बाद यह मार्केट महज एक ही दिन चालू रहा. जिसके बाद लॉकडाउन लागू होने के बाद छप्पन दुकाने नहीं चल पाई. ऐसे में व्यापारियों पर अब दोहरी मार पड़ी है. पहले 56 दिन तक इन दुकान का कायाकल्प के कारण दुकानें बंद रहीं और उसके बाद लॉकडाउन के चलते दुकान फिर से बंद रखना पड़ रहा है.
एशिया में सबसे अधिक हॉट डॉग बेचने का रिकॉर्ड 56 दुकान के नाम
छप्पन दुकान के नाम एशिया के सबसे अधिक हॉट डॉग ऑनलाइन डिलीवरी करने का रिकॉर्ड भी दर्ज है. 56 दुकान पर मौजूद जॉनी हॉट डॉग ने 2019 में यह रिकॉर्ड बनाया था. इस दुकान से 6 महीने में 7 लाख हॉट डॉग की डिलीवरी कि गई थी. उसके बाद से इस मार्केट को कायाकल्प करने की जरूरत पड़ी थी. व्यापारी ऑनलाइन फूड घर-घर भेजने की योजना पर काम कर रहे हैं. व्यापारियों का साफ कहना है कि, वे 56 दुकान पर ना तो लोगों को बिठाकर खिलाएंगे और ना ही यहां पर भीड़ लगने देंगे. वे लोगों को ऑनलाइन डिलीवरी स्ट्रीट फूड बेचने की योजना बना रहे है और सरकार से इसकी अनुमति कि मांग कर रहे हैं.
कारीगरों की घर वापसी बनी सबसे बड़ी चुनौती
छप्पन दुकान पर अलग-अलग व्यंजनों की दुकानें लगाने वाले व्यापारियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती यहां के कारीगरों की घर वापसी है. इन दुकानों पर मिलने वाले असली स्वाद की बारीकियां यहां के कारीगर ही पहचानते हैं, लॉकडाउन के कारण सभी कारीगर अपने घरों को लौट चुके हैं. अब इन्हें वापस बुलाना यहां के व्यापारियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. जिसके कारण लोगों को 56 दुकान पर मिलने वाले व्यंजनों का स्वाद मिलना अभी मुश्किल है.