इंदौर। बीते एक महीने से देश भर में किए गए लॉकडाउन में ये बातें सामने आई थी कि ट्रांसपोर्ट के बंद होने से प्रदूषण में गिरावट आई है और हवा में शुद्धता, लेकिन इंदौर में कुछ नजारे ऐसे भी सामने आए हैं, जिन्हें देख साफ तौर पर समझा जा सकता है कि शहर में लोग प्रदूषण को थमने नहीं देंगे. शहर से लगे गांव में किसान बेझिझक अपने खेतों में कटाई के बाद नरवाई जला रहे हैं, जिससे आसपास के इलाकों में धुंआ-धुंआ हो रहा है और वहां के लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
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पिछले दिनों प्रदूषण विभाग ने दावा किया था कि लॉकडाउन के दौरान कई क्षेत्रों में प्रदूषण के स्तर में गिरावट आई है, लेकिन इंदौर के पश्चिम क्षेत्र की बात की जाए तो पश्चिम क्षेत्र में प्रदूषण विभाग के दावे खोखले साबित हो रहे हैं क्योंकि पश्चिम क्षेत्र के आसपास मौजूद गांव के किसानों ने गेहूं की कटाई के बाद अपने खेतों में मौजूद कचरे में आग लगा दी. आग लगाने के कारण खेतों में जो कचरा जला उसका धुंआ आसपास के इलाकों में फैल गया जिस वजह से आसपास रहने वाले लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
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ETV भारत ने भी जब मौके से मुआयना किया तो एक साथ चार से पांच खेतों में आग लगाने की घटना सामने आई. जिसे देख साफ तौर पर जाहिर हुआ कि नरवाई का धुंआ कैसे पूरे इलाके को प्रभावित कर रहा है. बता दें, लोगों ने इस आग की घटना की कई बार शिकायतों भी की है और प्रशासन के नरवाई न जलाने के लिए सख्त निर्देश भी दिए हैं, बावजूद इसके लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं.