उत्तरकाशी। मां गंगा के दर्शन के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु गंगोत्री धाम (Gangotri Dham) पहुंचते हैं. श्रद्धालु मां गंगा की एक झलक पाने के लिए घंटों लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं. कोविड काल (Covid Period) में पिछले दो सालों से यात्रा बंद रही. वहीं, अब कोविड गाइडलाइन (Covid Guideline) के अनुरूप गंगोत्री धाम में शनिवार से श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन (Darshan of Maa Ganga) के लिए पहुंच रहे हैं.
दो साल बाद यात्रा खुलने से अब श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन कर अभिभूत हो रहे हैं. साथ ही इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बन रहे हैं. इन्हीं श्रद्धालुओं में से मध्य प्रदेश के इंदौर से आए बुजुर्ग साठे दंपति (Sathe Couple) ने गंगोत्री धाम के इतिहास में अपना नाम दर्ज करवाया है. साठे दंपति कोरोना में यात्रा खुलने के बाद गंगोत्री धाम में मां गंगा के दर्शन का सौभाग्य पाने वाले पहले यात्री बने.
सबसे पहले इंदौर के दंपति ने किए दर्शन
उत्तराखंड के चारधामों में यात्रा शुरू होने के बाद सीमित संख्या में यात्रियों का आना शुरू हो गया है. इसी क्रम में इंदौर, मध्य प्रदेश निवासी बीएम साठे (79 वर्ष) और उनकी पत्नी वर्षीय शोभा साठे (73 वर्ष) गंगोत्री धाम पहुंचे. यह दंपति यात्रा खुलने के बाद गंगोत्री धाम के पहले यात्री हैं, जिन्हें मां गंगा के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ.
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गंगोत्री धाम पहुंचे साठे दंपति ने ईटीवी भारत से अपना अनुभव साझा किया. बीएम साठे और शोभा साठे ने बताया कि वह दोनों एक साथ पहली बार गंगोत्री धाम आए हैं. आज के दिन यात्रा खुलने के बाद उन्हें सबसे पहले मां गंगा के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. वह इस दिन को कभी नहीं भूल सकते हैं. साथ ही उन्होंने तीर्थ पुरोहित समाज की आवाभगत से अभिभूत होने की बात कही.
दंपति ने उत्तराखंड सरकार को कहा- धन्यवाद
साठे दंपति ने उत्तराखंड सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि यात्रा खुलने से वे मां गंगा के दर्शन कर पाए हैं. साठे दंपति ने बताया कि वह भारत दर्शन कर चुके हैं. अब मां गंगा के दर्शन भी हो गए हैं. साठे दंपति ने कहा कि गंगोत्री धाम में स्वर्ग की अनुभूति हो रही है. हमने प्रार्थना की है कि अधिक से अधिक श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन कर पाएं.
बीएम साठे ने कहा 79 साल की उम्र में मां गंगा के दरबार में अपने आप को जवां सा महसूस कर रहा हूं. बीएम साठे 20 साल पूर्व कृषि विभाग में सहायक निदेशक पद से सेवानिवृत्त हुए थे. तब से वह अपनी पत्नी के साथ जब समय मिलता है, भारत के विभिन्न प्रदेशों में घूम रहे हैं.