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'तांडव' पर SC-ST एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग

'तांडव' वेब सीरीज को लेकर मचा बवाल दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने इंदौर पुलिस को ज्ञापन सौंपा है. इस ज्ञापन के जरिए कार्यकर्ताओं ने वेब सीरीज के निर्माता-निर्देशक पर FIR दर्ज करने की बात कही है. साथ ही SC-ST(एट्रोसिटी) एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग की है.

action under SC ST Act on tandav
'तांडव' पर SC-ST एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग
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Published : Jan 19, 2021, 4:16 PM IST

इंदौर। वेब सीरीज 'तांडव' में हिंदू देवी-देवताओं पर टिप्पणी करने और निचली जातियों को लेकर रिकॉर्ड किए गए सीन पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. इस वेब सीरीज को लेकर MP में सरकार भी सख्त नजर आ रही है. वहीं अब बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने इंदौर पुलिस को ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में बीजेपी अनुसूचित कार्यकर्ताओं ने तांडव वेब सीरीज के निर्माता और निर्देशक पर FIR दर्ज कराने की मांग की है. ज्ञापन पर पुलिस ने सभी पहलुओं की जांच के बाद आगे की कार्रवाई का करने का आश्वासन दिया है.

'तांडव' पर SC-ST एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग

हरिजन एक्ट के तहत कार्रवाई करने की मांग

बीजेपी मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने CSP ऑफिस में ज्ञापन सौंपाते हुए कहा कि वेब सीरीज 'तांडव' के निर्माता-निर्देशक पर हरिजन SC-ST(एट्रोसिटी) एक्ट के केस दर्ज किया जाए. उनकी मांग है कि जल्द से जल्द 'तांडव' के निर्माता-निर्देशक के खिलाफ FIR दर्ज हो. कार्यकर्ताओं का कहना है कि वेब सीरीज में निचली जातियों को लेकर बातें कही गई हैं. ऐसे में अगर जांच में ये बात साबित हो जाती है तो उसके बाद 'तांडव' के निर्माता और निर्देशक पर पुलिस हरिजन SC-ST(एट्रोसिटी) एक्ट में मामला दर्ज कर सकती है, जो कि तांडव टीम के लिए बड़ी परेशानी बन सकता है.

पोस्टरों को फाड़ेंगे कार्यकर्ता

अनुसूचित मोर्चा के कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर 'तांडव' वेब सीरीज के निर्देशक-निर्माता पर अगर कार्रवाई नहीं होती है तो, वे इंदौर में वीडियो से जुड़े हुए सभी पोस्टरों को भी फाड़ेंगे.

गृह मंत्री कह चुके सख्त कार्रवाई की बात

प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम नरोत्तम मिश्रा ने 'तांडव' वेब सीरीज के निर्देशकों पर केस दर्ज करने की बात कही है. साथ ही ऐसा भी माना जा रहा है कि सरकार एमपी में वेब सीरीज को बैन करने पर भी विचार कर सकती है.

केस दर्ज कराएगी मध्य प्रदेश सरकार और प्रतिबंध पर भी कर रही है विचार

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जहां तक 'तांडव' और अखिलेश यादव की टिप्पणी की बात है, तो जो भी विषय हिंदू धर्म के खिलाफ होता है. उस पर अखिलेश यादव जैसे लोग तांडव करते हैं. गृह मंत्री ने कहा कि मेरा उनसे सवाल है कि आज तक जितनी फिल्म बनी हैं. उसमें क्या हिंदू धर्म के अलावा कभी किसी धर्म पर टिप्पणी कर पाए ? आखिर हिंदू धर्म ही क्यों हर बार निशाने पर आता है?

पढ़ें- 'तांडव' पर बवाल: केस दर्ज कराएगी MP सरकार, बैन पर भी विचार

नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस पर कोई तांडव करता है और हम विरोध करते हैं, तो उनको बुरा क्यों लगता है ? इसका उनको जवाब देना चाहिए. तुष्टिकरण की राजनीति में यह सब ठीक नहीं है. जिस तरह से जीशान, अय्यूब, सैफ अली खान, अब्बास जफर जैसे लोगों ने हमारे धर्म पर टिप्पणी की है. मैं निंदा करता हूं, मध्य प्रदेश सरकार इस पर केस दर्ज करेगी और निश्चित रूप से इस पर बैन लगाने पर भी विचार कर रहे हैं.

अखिलेश यादव ने क्या कहा था?

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा(समाजवादी पार्टी) प्रमुख अखिलेश यादव ने बयान दिया था कि किसानों और नौजवानों के सवालों का जवाब ना देना पड़े इसलिए बीजेपी सरकार तांडव करा रही है.

सांसद ने की तांडव को बैन करने की मांग

इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर लगातार आ रहे इस प्रकार के कंटेंट को लेकर कहा था कि आने वाले बजट सत्र के दौरान इस मुद्दे को उठाया जाएगा. जल्द ही इस प्रकार के प्लेटफार्म भी अब सेंसर बोर्ड के दायरे में होंगे. इन पर सेंसर बोर्ड जैसी एक स्वतंत्र समिति के माध्यम से निगरानी की जाएगी. शंकर लालवानी ने इस प्रकार के कंटेंट पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि किसी प्रकार के कंटेंट्स से किसी भी धर्म की धार्मिक भावनाओं का अपमान नहीं होना चाहिए.

पढ़ें- 'तांडव' पर बवाल: अब सांसद-विधायक ने की बैन करने की मांग

विधायक ने जताई थी आपत्ति

इंदौर से बीजेपी विधायक और पूर्व महापौर मालिनी गौड़ ने भी इस वेब सीरीज के कंटेंट पर आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा था कि इस प्रकार के वेब सीरीज से धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं. इसलिए इन वेब सीरीज पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए.

पढ़ें- 'तांडव' वेब सीरीज का बीजेपी ने किया विरोध,प्रतिबंधित करने की मांग

मंत्री सांरग ने लिखा कैबिनेट मंत्री को पत्र

इस मसले पर कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने भी आपत्ति जताते हुए वेब सीरिज पर रोक लगाने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखा है, उन्होंने अमेजॉन के CEO को भी मेल किया है. 'तांडव' पर आपत्ति जताते हुए मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है देश में लगातार बहुसंख्यक समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया है. यह इस देश का दुर्भाग्य है कि हमारे देवी- देवताओं के साथ अक्सर इस तरह की टीका-टीप्पणी होती रहती है.

पढ़ें- 'तांडव' विवाद: विश्वास सारंग ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री को लिखा पत्र

पत्र में वेब सीरिज पर रोक लगाने की बात

मंत्री विश्वास सारंग द्वारा लिखे पत्र में यह बात कही गई है कि देश में ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए कड़ा कानून नहीं है, जिसके कारण कुछ लोग जानबूझकर हिंदू-देवी-देवताओं का मजाक उड़ाने वाली फिल्में और वेब सीरीज बना रहे हैं. इसलिए आपसे अनुरोध है कि तांडव वेब सीरिज पर रोक लगाई जाए और इस तरह के कंटेट पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाया जाए.

अली अब्बास जफर ने माफी मांगी

अली अब्बास जफर ने एक ट्वीट कर माफी मांगी है. उन्होंने 'तांडव' की कास्ट और क्रू की ओर से जारी विस्तृत बयान में कहा कि सीरिज में दिखाई गई किसी की घटना का मकसद किसी व्यक्ति, जाति, समुदाय, धर्म या धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है.

पढ़ें- विवादों में 'तांडव' : देश के कई हिस्सों में आक्रोश, अली अब्बास जफर ने माफी मांगी

सीएम ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री से मिलकर सेंसर लगाने की मांग

सीएम शिवराज ने दिल्ली में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात की थी. जहां उन्होंने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी सेंसर लगाने को लेकर चर्चा की थी.

इंदौर। वेब सीरीज 'तांडव' में हिंदू देवी-देवताओं पर टिप्पणी करने और निचली जातियों को लेकर रिकॉर्ड किए गए सीन पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. इस वेब सीरीज को लेकर MP में सरकार भी सख्त नजर आ रही है. वहीं अब बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने इंदौर पुलिस को ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में बीजेपी अनुसूचित कार्यकर्ताओं ने तांडव वेब सीरीज के निर्माता और निर्देशक पर FIR दर्ज कराने की मांग की है. ज्ञापन पर पुलिस ने सभी पहलुओं की जांच के बाद आगे की कार्रवाई का करने का आश्वासन दिया है.

'तांडव' पर SC-ST एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग

हरिजन एक्ट के तहत कार्रवाई करने की मांग

बीजेपी मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने CSP ऑफिस में ज्ञापन सौंपाते हुए कहा कि वेब सीरीज 'तांडव' के निर्माता-निर्देशक पर हरिजन SC-ST(एट्रोसिटी) एक्ट के केस दर्ज किया जाए. उनकी मांग है कि जल्द से जल्द 'तांडव' के निर्माता-निर्देशक के खिलाफ FIR दर्ज हो. कार्यकर्ताओं का कहना है कि वेब सीरीज में निचली जातियों को लेकर बातें कही गई हैं. ऐसे में अगर जांच में ये बात साबित हो जाती है तो उसके बाद 'तांडव' के निर्माता और निर्देशक पर पुलिस हरिजन SC-ST(एट्रोसिटी) एक्ट में मामला दर्ज कर सकती है, जो कि तांडव टीम के लिए बड़ी परेशानी बन सकता है.

पोस्टरों को फाड़ेंगे कार्यकर्ता

अनुसूचित मोर्चा के कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर 'तांडव' वेब सीरीज के निर्देशक-निर्माता पर अगर कार्रवाई नहीं होती है तो, वे इंदौर में वीडियो से जुड़े हुए सभी पोस्टरों को भी फाड़ेंगे.

गृह मंत्री कह चुके सख्त कार्रवाई की बात

प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम नरोत्तम मिश्रा ने 'तांडव' वेब सीरीज के निर्देशकों पर केस दर्ज करने की बात कही है. साथ ही ऐसा भी माना जा रहा है कि सरकार एमपी में वेब सीरीज को बैन करने पर भी विचार कर सकती है.

केस दर्ज कराएगी मध्य प्रदेश सरकार और प्रतिबंध पर भी कर रही है विचार

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जहां तक 'तांडव' और अखिलेश यादव की टिप्पणी की बात है, तो जो भी विषय हिंदू धर्म के खिलाफ होता है. उस पर अखिलेश यादव जैसे लोग तांडव करते हैं. गृह मंत्री ने कहा कि मेरा उनसे सवाल है कि आज तक जितनी फिल्म बनी हैं. उसमें क्या हिंदू धर्म के अलावा कभी किसी धर्म पर टिप्पणी कर पाए ? आखिर हिंदू धर्म ही क्यों हर बार निशाने पर आता है?

पढ़ें- 'तांडव' पर बवाल: केस दर्ज कराएगी MP सरकार, बैन पर भी विचार

नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस पर कोई तांडव करता है और हम विरोध करते हैं, तो उनको बुरा क्यों लगता है ? इसका उनको जवाब देना चाहिए. तुष्टिकरण की राजनीति में यह सब ठीक नहीं है. जिस तरह से जीशान, अय्यूब, सैफ अली खान, अब्बास जफर जैसे लोगों ने हमारे धर्म पर टिप्पणी की है. मैं निंदा करता हूं, मध्य प्रदेश सरकार इस पर केस दर्ज करेगी और निश्चित रूप से इस पर बैन लगाने पर भी विचार कर रहे हैं.

अखिलेश यादव ने क्या कहा था?

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा(समाजवादी पार्टी) प्रमुख अखिलेश यादव ने बयान दिया था कि किसानों और नौजवानों के सवालों का जवाब ना देना पड़े इसलिए बीजेपी सरकार तांडव करा रही है.

सांसद ने की तांडव को बैन करने की मांग

इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर लगातार आ रहे इस प्रकार के कंटेंट को लेकर कहा था कि आने वाले बजट सत्र के दौरान इस मुद्दे को उठाया जाएगा. जल्द ही इस प्रकार के प्लेटफार्म भी अब सेंसर बोर्ड के दायरे में होंगे. इन पर सेंसर बोर्ड जैसी एक स्वतंत्र समिति के माध्यम से निगरानी की जाएगी. शंकर लालवानी ने इस प्रकार के कंटेंट पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि किसी प्रकार के कंटेंट्स से किसी भी धर्म की धार्मिक भावनाओं का अपमान नहीं होना चाहिए.

पढ़ें- 'तांडव' पर बवाल: अब सांसद-विधायक ने की बैन करने की मांग

विधायक ने जताई थी आपत्ति

इंदौर से बीजेपी विधायक और पूर्व महापौर मालिनी गौड़ ने भी इस वेब सीरीज के कंटेंट पर आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा था कि इस प्रकार के वेब सीरीज से धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं. इसलिए इन वेब सीरीज पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए.

पढ़ें- 'तांडव' वेब सीरीज का बीजेपी ने किया विरोध,प्रतिबंधित करने की मांग

मंत्री सांरग ने लिखा कैबिनेट मंत्री को पत्र

इस मसले पर कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने भी आपत्ति जताते हुए वेब सीरिज पर रोक लगाने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखा है, उन्होंने अमेजॉन के CEO को भी मेल किया है. 'तांडव' पर आपत्ति जताते हुए मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है देश में लगातार बहुसंख्यक समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया है. यह इस देश का दुर्भाग्य है कि हमारे देवी- देवताओं के साथ अक्सर इस तरह की टीका-टीप्पणी होती रहती है.

पढ़ें- 'तांडव' विवाद: विश्वास सारंग ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री को लिखा पत्र

पत्र में वेब सीरिज पर रोक लगाने की बात

मंत्री विश्वास सारंग द्वारा लिखे पत्र में यह बात कही गई है कि देश में ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए कड़ा कानून नहीं है, जिसके कारण कुछ लोग जानबूझकर हिंदू-देवी-देवताओं का मजाक उड़ाने वाली फिल्में और वेब सीरीज बना रहे हैं. इसलिए आपसे अनुरोध है कि तांडव वेब सीरिज पर रोक लगाई जाए और इस तरह के कंटेट पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाया जाए.

अली अब्बास जफर ने माफी मांगी

अली अब्बास जफर ने एक ट्वीट कर माफी मांगी है. उन्होंने 'तांडव' की कास्ट और क्रू की ओर से जारी विस्तृत बयान में कहा कि सीरिज में दिखाई गई किसी की घटना का मकसद किसी व्यक्ति, जाति, समुदाय, धर्म या धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है.

पढ़ें- विवादों में 'तांडव' : देश के कई हिस्सों में आक्रोश, अली अब्बास जफर ने माफी मांगी

सीएम ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री से मिलकर सेंसर लगाने की मांग

सीएम शिवराज ने दिल्ली में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात की थी. जहां उन्होंने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी सेंसर लगाने को लेकर चर्चा की थी.

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