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मध्यप्रदेश में बर्ड फ्लू का कहर, चिड़िया घर पर मंडराया खतरा

प्रदेश में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद प्रदेश सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है. वहीं माइग्रेट होकर आने वाले पक्षियों के कारण बर्ड फ्लू का संक्रमण चिड़ियाघर के पक्षियों में ना फैल जाए, इसलिए चिड़ियाघर प्रशासन ने पक्षियों के पिंजरा और बाड़ों के आसपास एंटीवायरल दवाओं का छिड़काव शुरू कर दिया है.

Bird flu havoc
बर्ड फ्लू का कहर
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Published : Jan 6, 2021, 1:57 AM IST

इंदौर। राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश समेत अलग-अलग छह राज्यों में फैल चुका बर्ड फ्लू अब प्राणी संग्रहालय के वन्य पक्षियों के लिए भी खतरा बन सकता है. लिहाजा इंदौर में वन्य पक्षियों को संक्रमण से बचाने के लिए तरह तरह के प्रयास हो रहे हैं. वहीं इसके व्यापक संक्रमण से बचने के लिए 6 राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है.

मध्यप्रदेश में बर्ड फ्लू का कहर

गौरतलब है कि राजस्थान में अब तक 600 से अधिक कौओं की मौत हो चुकी है. वहीं इंदौर में डेढ़ सौ से ज्यादा कौवे मृत पाए गए हैं. इंदौर के अलावा उज्जैन, नीमच और मंदसौर में लगातार बड़ी संख्या में कौवा की मौत हो चुकी है. इसके अलावा खंडवा में कौवा के साथ बगुले भी मारे जा रहे हैं. नतीजतन मध्य प्रदेश सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है. इधर माइग्रेट होकर आने वाले पक्षियों के कारण बर्ड फ्लू का संक्रमण चिड़ियाघर के पक्षियों में ना फैल जाए, इसलिए चिड़ियाघर प्रशासन ने पक्षियों के पिंजरा और बाड़ों के आसपास एंटीवायरल दवाओं का छिड़काव शुरू कर दिया है. इसके अलावा कैल्शियम ऑक्साइड और गेमैक्सीन जैसी दवाओं से चिड़ियाघर को वायरस मुक्त करने के प्रयास हो रहे हैं. जिससे कि किसी भी तरह के संक्रमण को फैलने से पहले ही नष्ट किया जा सके. इसके अलावा चिड़ियाघर प्रशासन ने अलग-अलग दल बनाकर पक्षियों के संक्रमण को लेकर अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. वही चिड़ियाघर के आसपास आने वाले बाहरी पक्षियों को रोकने के लिए प्रयास हो रहे हैं. वन्य पक्षियों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए उन्हें इम्यूनोल जैसी दवाइयां दी जा रही हैं.

प्रोटोकॉल के तहत दफनाया जा रहे हैं पक्षी
दरअसल, मृत पक्षियों से अन्य पक्षियों में संक्रमण की आशंका के चलते पशुपालन विभाग मृत पाए जा रहे कौवे का निष्पादन जमीन में निर्धारित गहरा गड्ढा करके कर रहा है. इस प्रक्रिया में नमक और चूना के अलावा मिट्टी की परतें पक्षियों के मृत शरीर पर डालकर जमीन में दबाया जा रहा है. जिससे कि संक्रमण उनके शरीर के साथ ही खत्म हो जाए.
केरल में 40 हजार पक्षी मारे जाएंगे
केरल के कोट्टायम और अलप्पुषा़ जिले में बर्ड फ्लू के संक्रमण बढ़ने के कारण वहां सरकार ने एक साथ 40000 पक्षियों को मारने का आदेश दिया है. दरअसल राजस्थान के झालावाड़ जिले से बर्ड फ्लू की शुरुआत हुई थी. लिहाजा संक्रमण से अन्य जिलों के पक्षियों को बचाया जा सके, इसलिए यहां धारा 144 लागू कर दी गई है. इधर पंचकुला और अंबाला में 1 लाख मुर्गियों के मारे जाने की खबर है.

इंदौर। राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश समेत अलग-अलग छह राज्यों में फैल चुका बर्ड फ्लू अब प्राणी संग्रहालय के वन्य पक्षियों के लिए भी खतरा बन सकता है. लिहाजा इंदौर में वन्य पक्षियों को संक्रमण से बचाने के लिए तरह तरह के प्रयास हो रहे हैं. वहीं इसके व्यापक संक्रमण से बचने के लिए 6 राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है.

मध्यप्रदेश में बर्ड फ्लू का कहर

गौरतलब है कि राजस्थान में अब तक 600 से अधिक कौओं की मौत हो चुकी है. वहीं इंदौर में डेढ़ सौ से ज्यादा कौवे मृत पाए गए हैं. इंदौर के अलावा उज्जैन, नीमच और मंदसौर में लगातार बड़ी संख्या में कौवा की मौत हो चुकी है. इसके अलावा खंडवा में कौवा के साथ बगुले भी मारे जा रहे हैं. नतीजतन मध्य प्रदेश सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है. इधर माइग्रेट होकर आने वाले पक्षियों के कारण बर्ड फ्लू का संक्रमण चिड़ियाघर के पक्षियों में ना फैल जाए, इसलिए चिड़ियाघर प्रशासन ने पक्षियों के पिंजरा और बाड़ों के आसपास एंटीवायरल दवाओं का छिड़काव शुरू कर दिया है. इसके अलावा कैल्शियम ऑक्साइड और गेमैक्सीन जैसी दवाओं से चिड़ियाघर को वायरस मुक्त करने के प्रयास हो रहे हैं. जिससे कि किसी भी तरह के संक्रमण को फैलने से पहले ही नष्ट किया जा सके. इसके अलावा चिड़ियाघर प्रशासन ने अलग-अलग दल बनाकर पक्षियों के संक्रमण को लेकर अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. वही चिड़ियाघर के आसपास आने वाले बाहरी पक्षियों को रोकने के लिए प्रयास हो रहे हैं. वन्य पक्षियों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए उन्हें इम्यूनोल जैसी दवाइयां दी जा रही हैं.

प्रोटोकॉल के तहत दफनाया जा रहे हैं पक्षी
दरअसल, मृत पक्षियों से अन्य पक्षियों में संक्रमण की आशंका के चलते पशुपालन विभाग मृत पाए जा रहे कौवे का निष्पादन जमीन में निर्धारित गहरा गड्ढा करके कर रहा है. इस प्रक्रिया में नमक और चूना के अलावा मिट्टी की परतें पक्षियों के मृत शरीर पर डालकर जमीन में दबाया जा रहा है. जिससे कि संक्रमण उनके शरीर के साथ ही खत्म हो जाए.
केरल में 40 हजार पक्षी मारे जाएंगे
केरल के कोट्टायम और अलप्पुषा़ जिले में बर्ड फ्लू के संक्रमण बढ़ने के कारण वहां सरकार ने एक साथ 40000 पक्षियों को मारने का आदेश दिया है. दरअसल राजस्थान के झालावाड़ जिले से बर्ड फ्लू की शुरुआत हुई थी. लिहाजा संक्रमण से अन्य जिलों के पक्षियों को बचाया जा सके, इसलिए यहां धारा 144 लागू कर दी गई है. इधर पंचकुला और अंबाला में 1 लाख मुर्गियों के मारे जाने की खबर है.

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