इंदौर। पैसा डबल करने का लालच देकर लोगों के साथ लगातार धोखाधड़ी की वारदातें सामने आ रही हैं. ऐसी ही धोखाधड़ी की एक कंपनी संचालित करने वाले पंकज खानचंदानी को पिछले दिनों STF की टीम ने गिरफ्तार किया था. पंकज खानचंदानी द्वारा कैपिटल शेयर रिसर्च नाम से फर्जी एडवाइजरी कंपनी संचालित की जा रही थी. जिसके माध्यम से कई लोगों को निशाना बनाकर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया जा रहा था. वहीं पूछताछ में आरोपी ने कई बड़े खुलासे किए. आरोपी ने बताया कि उसके संपर्क में एसएएफ जवान भी था, जिसका नाम महेंद्र था. महेंद्र के माध्यम से भी उसने कई लोगों को निशाना बनाया था. पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर एसएएफ जवान महेंद्र को भी हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ जारी है.
कॉल डिटेल के आधार पर आरोपी पकड़ाया
फर्जी एडवाइजरी कंपनी संचालित करने वाले आरोपी पंकज खानचंदानी की कॉल डिटेल्स भी निकाली गईं. कॉल डिटेल में एसएएफ जवान महेंद्र और एक अन्य जवान के बारे में जानकारी लगी है. जिसके बाद दोनों जवानों को चिन्हित किया गया और उनसे पूछताछ भी की गई. इस दौरान एसएएफ जवान ने बताया कि उन्होंने भी पंकज के साथ मिलकर कई जवानों को निशाना बनाया और उनके पैसे एडवाइजरी कंपनी में डबल करने के लालच से लगवा दिए. इस तरह से दोनों जवानों ने मिलकर लाखों रुपए पंकज की कंपनी में लगा कर अन्य जवानों के साथ ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है.
कोर्ट में जवान की हुई थी मुलाकात
दरअसल कुछ समय पहले कोर्ट में एसएएफ जवान की ड्यूटी लगी थी. जिस दौरान उसकी पंकज से मुलाकात हुई. पंकज ने जवान को अपनी कंपनी के बारे में जानकारी दी थी, इसके बाद एसएएफ जवान महेंद्र भी उसकी बातों में आ गया और अन्य जवानों को 15% रिटर्न की बात कह कर तकरीबन 56 लाख रुपए पंकज की कंपनी में लगा दिए. लेकिन इसके बाद अचानक से पंकज गायब हो गया, जिसके बाद शिकायत के बाद पूरा मामला पुलिस के सामने आया.
पैसा डबल करने के नाम पर Online धोखाधड़ी, 51 हजार रुपए की ठगी
सीनियर सिटीजन के साथ भी ठगी
पैसे दोगुने करने का झांसा देकर अब तक 7 करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले मास्टरमाइंड पंकज खानचंदानी के एक एजेंट पीयूष चौरसिया को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जो अब तक 50 लाख की ठगी कर चुका है. उसने 4 सीनियर सिटीजन को भी ठगने की बात स्वीकारी है. वहीं पूछताछ में बताया गया कि आरोपी द्वारा सीनियर सिटीजन दीपक राणे, अनीता जैन, चंद्रकांत और राजेंद्र कुमार से ठगी की गई. बताया जा रहा है कि पीयूष ने कंपनी में 50 लाख रुपए इन्वेस्ट किया था और पैसे उसने इन्हीं लोगों से लिए थे.