इंदौर। मध्य प्रदेश में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा महाराष्ट्र से 20 नवंबर को प्रवेश करने जा रही है. कांग्रेस इस यात्रा के जरिए आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पूरा माहौल बनाने की तैयारी कर रही है(bharat jodo yatra in mp). इस यात्रा के जरिए पार्टी जन वोटरों तक अपनी पहुंच और पकड़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. इस यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जुटने का अनुमान है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मंगलवार को इंदौर में दावा किया है कि, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से प्रतिदिन एक लाख लोग जुड़ेंगे. साथ ही उन्होंने कहा, इस यात्रा में शामिल होने के लिए किसी कार्यकर्ता पर कोई दबाव नहीं होगा. यह यात्रा 150 दिन में 12 राज्यों से होती हुई 26 जनवरी को कश्मीर में संपन्न होगी.
कमलनाथ ने शिवराज से मांगी मदद: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के लिए मध्यप्रदेश में व्यापक तैयारियां की जा रही हैं. यात्रा के दौरान सुरक्षा से लेकर आवासीय और परिवहन की तमाम व्यवस्थाएं सुविधाजनक हो इसे लेकर तैयारी की जा रही है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यात्रा के दौरान सुरक्षा समेत शासन स्तर पर की जाने वाली तमाम व्यवस्था मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मदद मांगी है.
26 जनवरी को कश्मीर पहुंचेगी यात्रा: मध्यप्रदेश में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, इंदौर, उज्जैन और आगर मालवा जिले से होते हुए आगे बढ़ेगी. इस दौरान यात्रा के साथ उप यात्राएं भी यात्रा से जुड़ेंगी. इसमें प्रतिदिन हजारों लोग यात्रा के लिए अपने-अपने क्षेत्र में शामिल होंगे. यात्रा की जानकारी देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बताया कि 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू हुई है ये यात्रा 150 दिन में कश्मीर पहुंचेगी. कश्मीर में 26 जनवरी के दिन राहुल गांधी का झंडा फहराने का कार्यक्रम तय किया जा रहा है, जिसको लेकर रणनीति तय की जा रही है.
भारत जोड़ो यात्रा को लेकर इंदैर में कमलनाथ ने की बैठक, भाजपा पर साधा निशाना
यात्रा में शामिल होने का कार्यकर्ताओं पर दबाव नहीं: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को इंदौर में भारत जोड़ो यात्रा से जुड़े समन्वय की बैठक को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि, "राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं पर कोई दबाव नहीं है. राज्य इकाई ने यात्रा में शामिल होने के लिए कोई फरमान जारी नहीं किया है. इस ऐतिहासिक यात्रा में शामिल होने के लिए किसी कार्यकर्ता को फोर्स नहीं किया जा रहा है और न ही हमने उन्हें यात्रा में शामिल होने का कोई निर्देश जारी किया है. इसके बावजूद, पार्टी के सभी कार्यकर्ता दिल से इसमें शामिल होंगे."
खतरे में सांस्कृतिक और संवैधानिक संस्थान: कमलनाथ ने कहा कि, "भारत जोड़ो यात्रा का कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य विविधता, संस्कृति और संविधान में भारत की एकता को बचाना है. राहुल गांधी ने यात्रा शुरू करने के बारे में सोचा क्योंकि हमारे सांस्कृतिक और संवैधानिक संस्थान खतरे में हैं," उन्होंने कहा कि डॉ. बी.आर अंबेडकर द्वारा भारत को दिए गए संविधान की कई अन्य देशों ने नकल की थी, लेकिन अगर संविधान गलत हाथों में पड़ गया तो क्या होगा?"
बुरहानपुर से इंदौर तक इस यात्रा का शेड्यूल: भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी 20 नवंबर को शाम 7:30 बजे बुरहानपुर पहुंचेंगे. रात्रि विश्राम के बाद 21 नवंबर को यात्रा का साप्ताहिक अवकाश रहेगा. 22 नवंबर को यात्रा की शुरुआत बुरहानपुर से ही होगी, जहां से यात्रा 25 किलोमीटर का सफर करते हुए 23 नवंबर को ओमकारेश्वर पहुंचेगी. यहां राहुल गांधी ओमकारेश्वर मंदिर में दर्शन करेंगे, इसके बाद नर्मदा किनारे मोरटक्का में ही रात्रि विश्राम करेंगे. यहां नर्मदा पूजन के बाद राहुल गांधी रात्रि विश्राम करेंगे. इस दौरान वे बुरहानपुर के गुरुद्वारे भी पहुंच सकते हैं.
24 नवंबर को राहुल गांधी खंडवा में दादा धूनीवाले दरबार में दर्शन करेंगे. इसके बाद राहुल गांधी 26 नवंबर को महू पहुंचेंगे. यहां वह डॉ. अंबेडकर की जन्मस्थल पर भी पहुंच सकते हैं. यहां राहुल के संविधान दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने के आसार हैं. इस दौरान राहुल गांधी देवी अहिल्याबाई होल्कर को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए आराध्य टंट्या भील की जन्मस्थली पर भी पहुंच सकते हैं. कांग्रेस के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने बताया फिलहाल प्रदेश कांग्रेस ने उपरोक्त कार्यक्रम यात्रा के लिए भेजा है. हालांकि, अभी पूरा कार्यक्रम राहुल गांधी की स्वीकृति के लिए लंबित है.