इंदौर। इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र के कृष्ण बाग कॉलोनी में रहने वाले 18 साल के सूर्यांश ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उसके पिता पंडिताई करते हैं. वहीं सूर्यांश वैष्णो कॉलेज से बीसीए की पढ़ाई कर रहा था. परिजनों का कहना है कि लॉक डाउन के दौरान उससे फेसबुक पर सतना की 16 साल की एक नाबालिग युवती जुड़ी थी. वह सूर्यांश पर शादी के लिए दबाव बना रही थी. वह धमकाती थी कि अगर सूर्यांश शादी नहीं करेगा तो वह आत्महत्या कर लेगी. धमकियों से त्रस्त सूर्यांश ने आत्महत्या कर ली. परिजनों का कहना है कि उन्हें तो मालूम ही नहीं था कि सूर्यांश ने यह कदम उठा लिया. उसके दोस्त को उसकी फेसबुक फ्रेंड ने फोन लगाकर बताया. दोस्त घर पहुंचे तो ऊपर के कमरे में उसे देखने गए तो वह फांसी के फंदे पर लटका मिला.
मोबाइल फोन की जांच कर रही है पुलिस : संभावना है कि उसकी फेसबुक फ्रेंड वीडियो चालू कर उस दौरान उससे बात करते हुए दबाव बना रही थी और उसी दौरान उसने इस तरह का कदम उठा लिया. वहीं पुलिस ने भी घटना के बाद युवक के मोबाइल फोन को जप्त कर लिया है और उसमें युवती की व्हाट्सएप चैटिंग भी मिली है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है. दूसरा मामला इंदौर के तेजाजी नगर थाना क्षेत्र का है. तेजाजी नगर थाना क्षेत्र में निजी कॉलेज की बस चलाने वाले एक अधेड़ व्यक्ति चेतन चौहान ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बता दें कि चेतन चौहान ने जिस समय यह कदम उठाया, उस समय परिवार के सभी सदस्य अपने अपने काम में व्यस्त थे.
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ड्राइवर ने फांसी लगाई : ढाई साल का पोता दादू को बुलाते हुए उनकी कमरे की ओर गया, लेकिन वह काफी देर तक आवाज लगाता रहा. दादू ने दरवाजा नहीं खोला तो परिजनों ने दरवाजा खोलकर देखा तो वह फांसी के फंदे पर झूल रहे थे. इसके बाद पूरे मामले की जानकारी परिजनों ने पुलिस को दी. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है. परिजनों का कहना था कि वह तीन से चार बार पहले भी इसी तरह से आत्महत्या करने के प्रयास कर चुके थे. वहीं आमतौर पर जब भी घर में विवाद होता था तो वह अपने कमरे का दरवाजा बंद कर अंदर सो जाते थे. संभवतः कल भी इसी तरह का कोई घटनाक्रम हुआ और उसके बाद उन्होंने दरवाजा बंद करके फांसी लगा ली. फिलहाल पुलिस परिजनों के बयानों के आधार पर ही जांच में जुटी हुई है.