इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय अब प्रवेश प्रक्रिया के लिए सीईटी कराने को लेकर रणनीति तैयार कर रहा है. विश्वविद्यालय द्वारा कोरोना संक्रमण की वजह से अब सीईटी को दो भागों में बांट दिया गया है, जिसमें नॉन सीईटी और सीईटी की कैटेगरी रखी गई है.
सीईटी की परीक्षा में प्रोफेशनल कोर्स को शामिल किया गया है. सीईटी के तहत प्रवेश प्रक्रिया सामान्य कोर्स में अपनाई जाएगी. वहीं नॉन सीईटी प्रवेश प्रक्रिया मेरिट के आधार पर की जाएगी, जिसके लिए 31 अगस्त 2020 तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
विश्वविद्यालय द्वारा संचालित की जाने वाले विभिन्न कोर्स में करीब 27 विभागों के 80 विषयों के लिए नॉन सीईटी के तहत मेरिट के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इस प्रवेश प्रक्रिया के लिए विज्ञापन भी जारी कर दिया गया है. 27 विभागों के 80 विषयों के लिए यह प्रवेश प्रक्रिया 31 अगस्त तक पूरी कर ली जाएगी, जिसमें करीब 3 हजार सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा. इस प्रवेश प्रक्रिया में काउंसलिंग के माध्यम से मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाएंगा.
इस प्रक्रिया में भाग लेने के लिए छात्रों को ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी होगी, जिसके बाद विश्वविद्यालय की ओर से उम्मीदवारों की योग्यता के अनुसार मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी. वहीं लिस्ट के आधार पर छात्रों को काउंसलिंग के लिए विश्वविद्यालय में बुलाया जाएगा.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति रेणु जैन के अनुसार वर्तमान में सीईटी पर अब तक फैसला नहीं लिया गया है. इसी के चलते नॉन सीईटी की प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिसके तहत 31 अगस्त तक सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. वहीं सीईटी को लेकर भी जल्द फैसला ले लिया जाएगा.