इंदौर। कलेक्टर के निर्देश पर इंदौर में प्रशासन और खाद्य एवं औषधि विभाग ने दो फैक्ट्रियों पर छापा मारा. इस कार्रवाई में अधिकारियों को पनीर और मावा बनाने वाली फैक्ट्री में एसिटिक एसिड भी मिला जो कि सामग्री बनाने में उपयोग किया जा रहा था. प्रशासन ने दोनों ही फैक्ट्रियों से सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं. एसिटिक एसिड मिलने के बाद अब प्रशासन इन मिलावटखोरों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई करेगा. इस दौरान दोनों ही फैक्ट्रियों से करीब 70 लीटर एसिटिक एसिड बरामद किया गया है.
सामने आई कई अनियमितताएं
प्रशासन को जानकारी मिली थी कि दोनों ही फैक्ट्रियों पर दूध की मिठाई बनाने का काम किया जाता है, जिसके बाद प्रशासन ने टीम बनाकर दोनों ही फैक्ट्रियों पर एक साथ कार्रवाई की. दोनों ही फैक्ट्रियों में डेरिया संचालित की जा रही थी, जहां पनीर, मावा और मिठाई बनाने की तमाम सामग्री मौजूद थी. पोलो ग्राउंड स्थित सद्गुरु डेरी और माया डेरी पर की गई कार्रवाई में बड़ी अनियमितताएं सामने आई हैं. दोनों ही फैक्ट्रियों से करीब 70 लीटर एसिटिक एसिड जब्त किया गया है. इसके अलावा 110 लीटर केरोसिन भी अधिकारियों ने जब्त किया है.
गरीबों में बंटना था केरोसिन
कार्रवाई के दौरान 110 लीटर जो केरोसिन अधिकारियों ने जब्त किया है, जानकारी के मुताबिक उसे गरीबों में बांटना था. लेकिन कंट्रोल संचालकों की मिलीभगत से वो तेल फैक्ट्रियों तक पहुंच गया.
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स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है एसिटिक एसिड
एसिटिक एसिड स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक माना जाता है. इससे कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां भी हो सकती हैं. एसिटिक एसिड का प्रयोग दूध को फाड़ने के लिए इन दोनों फैक्ट्रियों में किया जाता है. साथ ही केरोसिन का उपयोग भट्टियां संचालित करने के लिए इन फैक्ट्रियों में किया जा रहा था. मौके पर मौजूद टीम ने रिपोर्ट मिलने के बाद संबंधित दोषियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है. साथ ही उन कंट्रोल संचालकों का भी पता लगाया जा रहा है जो कि फैक्ट्रियों को केरोसिन उपलब्ध कराते थे.