इंदौर। 10 दिन के गणेशोत्सव का कल समापन है और बड़ी संख्या में लोग भव्य तरीके से गणेश मूर्ति विसर्जन का आयोजन करते हैं, लेकिन इस साल कोविड-19 को देखते हुए जिला प्रशासन व पुलिस ने कई तरह के नियम निकाल रखे हैं और उनका सख्ती से पालन भी करवाया जाएगा. इंदौर शहर में जितने भी तालाब हैं उन तालाबों का आला अधिकारियों ने निरीक्षण किया और कई तरह के निर्देश भी जारी किए हैं.
इंदौर में गणेश मूर्ति विसर्जन का आयोजन भव्य तरीके से किया जाता है लेकिन इस साल कोविड-19 को देखते हुए कई तरह के प्रतिबंध जिला प्रशासन व पुलिस ने लागू किए हुए हैं. वहीं उनका सख्ती से पालन भी करवाया जाएगा. इसी कड़ी में आज आला अधिकारियों ने विभिन्न थाना क्षेत्रों में मौजूद तालाब का निरीक्षण किया और वहां पर अभी से सख्ती से पहरेदारी शुरू कर दी है.
बता दें जो भी व्यक्ति तालाबों पर गणेश विसर्जन करने के लिए जाएगा उससे मूर्ति बाहर ही रख ली जाएगी और किसी तरह से कोई भीड़ भाड़ नहीं लगाने दी जाएगी. वहीं आला अधिकारियों का भी यही कहना है कि लोगों को कोरोना महामारी से बचाने के लिए इस तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. गणेश विसर्जन को देखते हुए भी जिस तरह से सामूहिक गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन होता था इस साल इस तरह से आयोजन नहीं होंगे जो भी लोग हैं वह अपने घरों में ही गणेश विसर्जन कर दें या नगर निगम ने जो व्यवस्था जारी की है उसके मुताबिक जोन पर जाकर गणेश प्रतिमाओं को रख दें.
बता दें इंदौर कोरोना का हॉटस्पॉट बन चुका है और लगातार यहां पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. उसको देखते हुए इंदौर कलेक्टर ने पहले ही त्योहारों को लेकर कई तरह की गाइडलाइन जारी की हैं. उसी क्रम में गणेश मूर्ति विसर्जन को लेकर भी कलेक्टर ने तालाबों व नदियों पर जाकर गणेश मूर्ति विसर्जन पर पूरी तरीके से प्रतिबंध लगाया हुआ है. वहीं पुलिस भी इस प्रतिबंध का सख्ती से पालन करवाने में अभी से जुट गई है.