इंदौर। केंद्र सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति के ऐलान के बाद मध्यप्रदेश में नई शिक्षा नीति नवीनतम सत्र से लागू हो रही है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन एवं आत्मनिर्भर शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा भी विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं. शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव शिक्षाविद अतुल कोठारी के अनुसार नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के चलते समाज में एक नया परिवर्तन लाया जाएगा. यह शिक्षा नीति वर्तमान में छात्रों के लिए काफी लाभकारी साबित होगी. इस नवीन शिक्षा नीति को लेकर वर्तमान में न्यास द्वारा 200 से अधिक संगोष्ठी आयोजित की जा चुकी है. जिसमें विभिन्न शिक्षाविद शामिल हो चुके हैं. इसका उद्देश्य मुख्य तौर पर नई शिक्षा नीति में आत्मनिर्भर भारत का कैसे निर्माण किया जा सके इस पर विशेष ध्यान देना है.
नई शिक्षा नीति से छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने की कवायद
शिक्षाविद अतुल कोठारी का कहना है कि नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के साथ छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने पर भी काम किया जाना चाहिए छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने में मुख्य तौर पर महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों का काम किया जाना आवश्यक है अगर छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने की ओर ध्यान दिया जाता है तो आने वाले समय में शिक्षा हासिल करने वाले छात्र नौकरी के बजाय अपने पैरों पर खड़े हो सकेंगे शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास और लगातार काम कर रहा है
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नई शिक्षा नीति से तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा
नई शिक्षा नीति और आत्मनिर्भरता को लेकर प्रदेश के कई महाविद्यालय और विश्वविद्यालय काम कर रहे हैं. जरूरी है कि नई शिक्षा नीति के आधार पर तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा दिया जा सके. ताकि छात्र कार्यकुशलता के साथ अपनी शिक्षा को हासिल कर सके. जिसके चलते उनके सामने किसी भी तरह के रोजगार की समस्याओं का निर्माण ना हो.