इंदौर। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी के योग पर दिए बयान को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है. सिंघवी ने ट्वीट के जरिए अपनी बात रखी थी. इस बयान को भाजपा महासचिव कैलाश (Kailash Vijayvargiya) विजयवर्गीय ने संकुचित मानसिकता वाला करार दिया है. उन्होंने सिंघवी का नाम लिए बिना कहा कि कोई छुट-पुट नेता अगर योग को लेकर टिप्पणी करें तो योग की महानता कम नहीं होती.
कैलाश विजयवर्गीय ने सिंघवी के कथन पर साधा निशाना
गौरतलब है कि, योग दिवस पर कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने ट्वीट किया था- ॐ के उच्चारण से ना तो योग ज्यादा शक्तिशाली हो जाएगा और न अल्लाह कहने से योग की शक्ति कम होगी. ये ट्वीट अपने आप में कई विवादों को समेटे था. सो सड़क से राजनीतिक गलियारों तक बहस छिड़ गई.
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सिंघवी का नाम लिए बिना ही उनके कथन पर तंज कसा. कहा- कुछ विषय ऐसे होते हैं जिसमें राजनीति के जरिए लोगों को अपनी संकुचित मानसिकता का प्रदर्शन नहीं करना चाहिए. ऐसे बयान से कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि 177 देशों ने प्रधानमंत्री के यूनाइटेड नेशन में आह्वान के बाद ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस को मान्यता दी है. ऐसे में अगर कोई छुट-पुट नेता ट्वीट करने लगे तो उससे योग की महानता कम नहीं होती.
योग गुरू बाबा रामदेव ने भी की टिप्पणी
इस मसले पर योग गुरु बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) भी चुप नहीं बैठे. उन्होंने भी टिप्पणी की- ईश्वर अल्लाह तेरो नाम सबको सन्मति दे भगवान, परमात्मा सब एक हैं. ऐसे में किसी को ॐ बोलने से क्या दिक्कत है और हम किसी को खुदा बोलने से मना नहीं कर रहे हैं और ॐ कोई व्यक्ति या मूर्ति नहीं है. मुझे लगता है कि इन सभी को योग करना चाहिए, फिर इनको एक ही ॐ, एक ही परमात्मा का नूर दिखेगा.