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पशुओं के लिए अवैध रूप से दवाइयां बना रहे युवक को पुलिस ने किया गिरफ्तार - fake medicines for animals

जिले में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है, जो अवैध रूप से पशुओं के लिए नकली दवाइयां बनाता है, जिसके पास से करीब 3 हजार इंजेक्शन जब्त किए गए है.

अवैध दवाईयां
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Published : Sep 19, 2019, 4:23 PM IST

इंदौर। शहर के द्वारकापुरी थाना प्रभारी ने एक युवक को गिरफ्तार किया था, जो ऐसी दवाओं का निर्माण करता था, जिनका पशुओं के लिए उपयोग किया जाता. बताया जा रहा है कि इस युवक के पास किसी तरह का कोई लाइसेंस नहीं था. द्वारकापुरी थाने का टीआई की सूचना पर ड्रग इंसपेक्टर सहित पूरी टीम द्वारा आरोपी भीम सिंह के ठिकाने पर छापा मारा गया है.

पशुओं के लिए अवैध रूप से दवाइयां बना रहा था युवक

कार्रवाई में पता चला कि युवक अवैध तरीके से दवाइयों का निर्माण करता था. युवक के पास 300 लीटर के टैंक था जिसमें पानी, सिरका अम्ल, फिनाइल को बिना किसी सफाई से मिलाता था, जिसका उपयोग खास तौर पर पशुओं का दूध बढ़ाने के लिए किया जाता था. साथ ही करीब दो- तीन हजार इंजेक्शन बरामद किए गए हैं. ड्रग इंसपेक्टर का कहना है कि अगर इसमें ऑक्सीटॉसिन पाया जाता है, तो ये नकली दवा के निर्माण की श्रेणी में आएगा, जिसमें 10 साल की सजा का प्रावधान है. वहीं आरोपी का कहना है कि उसे ये सब करते हुए तीने- चार महीने हो गए हैं और वो टाटा नंबर 1 कंपनी के नाम से ये दवाइयां बनाता था. युवक जामनगर गुजरात का रहने वाला है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में जांच की जा रही है, इसमें खुलासे होने के बाद और लोगों पर भी कार्रवाई की जा सकती है.

इंदौर। शहर के द्वारकापुरी थाना प्रभारी ने एक युवक को गिरफ्तार किया था, जो ऐसी दवाओं का निर्माण करता था, जिनका पशुओं के लिए उपयोग किया जाता. बताया जा रहा है कि इस युवक के पास किसी तरह का कोई लाइसेंस नहीं था. द्वारकापुरी थाने का टीआई की सूचना पर ड्रग इंसपेक्टर सहित पूरी टीम द्वारा आरोपी भीम सिंह के ठिकाने पर छापा मारा गया है.

पशुओं के लिए अवैध रूप से दवाइयां बना रहा था युवक

कार्रवाई में पता चला कि युवक अवैध तरीके से दवाइयों का निर्माण करता था. युवक के पास 300 लीटर के टैंक था जिसमें पानी, सिरका अम्ल, फिनाइल को बिना किसी सफाई से मिलाता था, जिसका उपयोग खास तौर पर पशुओं का दूध बढ़ाने के लिए किया जाता था. साथ ही करीब दो- तीन हजार इंजेक्शन बरामद किए गए हैं. ड्रग इंसपेक्टर का कहना है कि अगर इसमें ऑक्सीटॉसिन पाया जाता है, तो ये नकली दवा के निर्माण की श्रेणी में आएगा, जिसमें 10 साल की सजा का प्रावधान है. वहीं आरोपी का कहना है कि उसे ये सब करते हुए तीने- चार महीने हो गए हैं और वो टाटा नंबर 1 कंपनी के नाम से ये दवाइयां बनाता था. युवक जामनगर गुजरात का रहने वाला है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में जांच की जा रही है, इसमें खुलासे होने के बाद और लोगों पर भी कार्रवाई की जा सकती है.

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INDORE EXPIRED MEDICINE 


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