इंदौर। शहर में हो रही लगातार बारिश के दौरान एक जर्जर हो चुका मकान भरभरा कर गिर गया. निगम ने दावे किए गए थे कि बारिश से पूर्व ही शहर के सभी जर्जर मकानों को पूरी तरह तोड़ दिया जाएगा, लेकिन पिछले दो दिनों से शहर में हो रही बारिश से एक बार फिर जर्जर मकान गिरने से निगम के दावों की पोल खुल गई है.
दरअसल शहर में मौजूद जर्जर मकानों पर नगर निगम के द्वारा कुछ समय तक कार्रवाई की गई थी, लेकिन भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गी के बल्ले कांड के बाद से यह कार्रवाई रुक गई. शहर में अभी भी कई मकान जर्जर हालत में हादसों को दावत देते नजर आ रहे हैं.
दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के बाद हरसिद्धि जॉन के सालवी बाखल में मौजूद मकान को 80 साल पुराना बताया जा रहा है. बारिश के बाद इस मकान की एक दीवार भरभरा कर गिर गई, हालांकि जिस समय यह घटना हुई तब मकान में कोई मौजूद नहीं था. मकान का कुछ हिस्सा गिरने से पड़ोस में निर्माणाधीन मकान को भी नुकसान पहुंचा है.
मकान के गिरने के बाद नगर निगम के उन दावों की पोल खुल गई, जिसमें यह दावा किया गया था कि शहर के दर्जनभर जर्जर मकानों को तोड़ दिया जाएगा और बारिश में ऐसी कोई घटना देखने को नहीं मिलेगी.