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ड्रग्स सप्लायर 'आंटी' के मोबाइल में मिले करीब दो सौ युवतियों के नंबर, जांच में जुटी पुलिस

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Published : Dec 11, 2020, 3:22 AM IST

Updated : Dec 11, 2020, 6:36 AM IST

इंदौर पुलिस लगातार शहर में ड्रग पैडलरों के नेटवर्क को ध्वस्त करने में लगी है. इनकी सरगना एक महिला को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया था.महिला के मोबाइल से 200 युवतियों के नंबर मिले हैं. पुलिस इनकी जांच में जुटी है. आरोपी महिला का नेटवर्क मध्यप्रदेश के साथ-साथ मुंबई, गोवा व दिल्ली तक फैला है.

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ड्रग्स सप्लायर 'आंटी'

इंदौर। नशे के खिलाफ अभियान में इंदौर के विजय नगर थाना पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने एक ऐसी महिला को पकड़ा है जो नशे के बड़े कारोबार से जुड़ी हुई है. महिला से पूछताछ में नया खुलासा हुआ है. पुलिस को आंटी के मोबाइल में करीब 200 से अधिक युवतियों के नंबर मिले हैं. इनकी जांच की जा रही है. महिला ने शहर में कई जगह ड्रग्स सप्लाई करने की बात कबूली है. उसके तार दिल्ली, गोवा और मुंबई के तस्करों से भी जुड़े हैं.काले कारोबार की दुनिया में आरोपी महिला को कई नामों से जाना जाता है. जिनमें प्रीति, काजल जैसे नाम शामिल हैं.

'आंटी' के मोबाइल में मिले करीब दो सौ युवतियों के नंबर

महिला तक कैसे पहुंची पुलिस?

विजय नगर पुलिस ने पिछले दिनों ड्रग्स के मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जिनसे पूछताछ में ड्रग्स सप्लायर एक आंटी के बारे में जानकारी मिली. जिसके बाद पुलिस ने तलाश की और आंटी को भी गिरफ्तार कर लिया गया.

ये भी पढ़ेंःइंदौर ड्रग्स कनेक्शन में हाई प्रोफाइल 'आंटी' गिरफ्तार, होटल व पब में नाम बदलकर सप्लाई करती थी कोकीन

15 साल पहले इंदौर शिफ्ट हुई आंटी

महिला परिवार समेत 15 साल पहले पुणे से इंदौर शिफ्ट हुई थी. उसके पति का नाम दीपक और बेटे का नाम यश है. महिला की गिरफ्तारी के बाद उसका बेटा गायब हो गया है. ये भी सामने आया है कि महिला का पति व बेटा भी काले कारोबार में साथ देते थे.

पैसे वाले लड़के-लड़कियों को बनती थी शिकार

आंटी अपने ग्राहकों में कई नाम से मशहूर है. ग्राहकों में कई रईस लोग शामिल हैं. आंटी की सबसे ज्यादा नजर यूथ पर होती थी. वो रईस घरों के युवक-युवतियों को अपने जाल में फंसाती और उन्हें ड्रग्स बेचती थी.

कोडवर्ड से चलता था काम

ग्राहक और पैडलर के बीच कोड वर्ड से काम चलता था. जैसे ही युवक-युवती या अन्य ग्राहक चॉकलेट, रिया, माल, म्याऊं, म्याऊं, मम्मी जैसे कोडवर्ड बोलते थे, तो उन्हें एमडीएम मिल जाती थी. इसके अलावा बड़े और मालदार युवक और युवतियां सीधे उन्हें कॉल कर एबी रोड पर नशा लेने आ जाते थे.

मामले पर आईजी रख रहे नजर

जांच में पुलिस को कई चौंकाने वाले सबूत हाथ लगे हैं. कई लोग पुलिस के रडार पर हैं. इस पूरे मामले को ट्रेस करने वाले अधिकारियों को खुद आईजी योगेश देशमुख ने ब्रीफिंग के लिए बुलाया था. वे खुद इस मामले पर नजर रख रहे हैं. थाना प्रभारी सीएसपी व एडिशनल एसपी को दिशा निर्देश किए गए हैं. पुलिस ने जल्द ही इस गिरोह का भंडाभोड़ करने का दावा किया है.

इंदौर। नशे के खिलाफ अभियान में इंदौर के विजय नगर थाना पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने एक ऐसी महिला को पकड़ा है जो नशे के बड़े कारोबार से जुड़ी हुई है. महिला से पूछताछ में नया खुलासा हुआ है. पुलिस को आंटी के मोबाइल में करीब 200 से अधिक युवतियों के नंबर मिले हैं. इनकी जांच की जा रही है. महिला ने शहर में कई जगह ड्रग्स सप्लाई करने की बात कबूली है. उसके तार दिल्ली, गोवा और मुंबई के तस्करों से भी जुड़े हैं.काले कारोबार की दुनिया में आरोपी महिला को कई नामों से जाना जाता है. जिनमें प्रीति, काजल जैसे नाम शामिल हैं.

'आंटी' के मोबाइल में मिले करीब दो सौ युवतियों के नंबर

महिला तक कैसे पहुंची पुलिस?

विजय नगर पुलिस ने पिछले दिनों ड्रग्स के मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जिनसे पूछताछ में ड्रग्स सप्लायर एक आंटी के बारे में जानकारी मिली. जिसके बाद पुलिस ने तलाश की और आंटी को भी गिरफ्तार कर लिया गया.

ये भी पढ़ेंःइंदौर ड्रग्स कनेक्शन में हाई प्रोफाइल 'आंटी' गिरफ्तार, होटल व पब में नाम बदलकर सप्लाई करती थी कोकीन

15 साल पहले इंदौर शिफ्ट हुई आंटी

महिला परिवार समेत 15 साल पहले पुणे से इंदौर शिफ्ट हुई थी. उसके पति का नाम दीपक और बेटे का नाम यश है. महिला की गिरफ्तारी के बाद उसका बेटा गायब हो गया है. ये भी सामने आया है कि महिला का पति व बेटा भी काले कारोबार में साथ देते थे.

पैसे वाले लड़के-लड़कियों को बनती थी शिकार

आंटी अपने ग्राहकों में कई नाम से मशहूर है. ग्राहकों में कई रईस लोग शामिल हैं. आंटी की सबसे ज्यादा नजर यूथ पर होती थी. वो रईस घरों के युवक-युवतियों को अपने जाल में फंसाती और उन्हें ड्रग्स बेचती थी.

कोडवर्ड से चलता था काम

ग्राहक और पैडलर के बीच कोड वर्ड से काम चलता था. जैसे ही युवक-युवती या अन्य ग्राहक चॉकलेट, रिया, माल, म्याऊं, म्याऊं, मम्मी जैसे कोडवर्ड बोलते थे, तो उन्हें एमडीएम मिल जाती थी. इसके अलावा बड़े और मालदार युवक और युवतियां सीधे उन्हें कॉल कर एबी रोड पर नशा लेने आ जाते थे.

मामले पर आईजी रख रहे नजर

जांच में पुलिस को कई चौंकाने वाले सबूत हाथ लगे हैं. कई लोग पुलिस के रडार पर हैं. इस पूरे मामले को ट्रेस करने वाले अधिकारियों को खुद आईजी योगेश देशमुख ने ब्रीफिंग के लिए बुलाया था. वे खुद इस मामले पर नजर रख रहे हैं. थाना प्रभारी सीएसपी व एडिशनल एसपी को दिशा निर्देश किए गए हैं. पुलिस ने जल्द ही इस गिरोह का भंडाभोड़ करने का दावा किया है.

Last Updated : Dec 11, 2020, 6:36 AM IST
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