इंदौर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) ओस्लो विश्वविद्यालय के साथ मिलकर 13 जनवरी को ग्लोबल हेल्थ क्राइसिस के दौरान राष्ट्र निर्माण में विज्ञान की भूमिका विषय पर एक सार्वजनिक व्याख्यान(लेक्चर) का आयोजन कर रहा है. इसका शुभारंभ इंदौर के कार्यवाहक निलेश कुमार द्वारा किया जाएगा. इसमें देश के प्रतिष्ठित विज्ञान के प्रोफेसर द्वारा हिस्सा लिया जाएगा, साथ ही ओस्लो विश्वविद्यालय के भी लोग इस व्याख्यान श्रृंखला में शामिल होंगे.
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा आयोजित किया जा रहा व्याख्यान श्रृंखला में भारत के कई विज्ञान महाविद्यालय के भाग लेने की संभावना है. व्याख्यान श्रद्धा में वैश्विक संकट के दौरान राष्ट्र निर्माण में विज्ञान अनुसंधान शिक्षा और कार्यवाही योग्य डेटा की भूमिका पर विशेषज्ञ द्वारा अपने विचार साझा किए जाएंगे.
व्याख्यान में चयनित विषय पर की जाएगी चर्चा
आईआईटी द्वारा आयोजित व्याख्यान संख्या में जैविक, भौतिक, सामाजिक, व्यवहारिक, सांस्कृतिक, इंजीनियरिंग और चिकित्सा विषयों सहित विज्ञान संकट के दौरान सरकारी और संस्थागत प्रतिक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. वैश्विक संकट के दौरान महत्वपूर्ण समस्याओं की पहचान करके क्षमता का सर्वोत्तम उपयोग, आवश्यक अनुसंधान को डिजाइन और निष्पादित करना, परिणामों के निर्णय निर्माताओं के साथ साझा कर, वैज्ञानिक समुदाय की भूमिका राष्ट्रीय निर्माण में और भी महत्वपूर्ण हो जाती है.
आईआईटी इंदौर अंतरराष्ट्रीय और आउटरीच विभाग एक आभासी शैक्षणिक मंच स्थापित करने की योजना बना रहा है, जिसमें न केवल भारत के प्रमुख संस्थानों के प्रतिभागी शामिल होंगे बल्कि संस्थानों के एक समूह से छात्रों और युवाओं की भागीदारी भी इसमें हिस्सा लेगी.