होशंगाबाद। जिले में पल्स पोलियो अभियान की शुरूआत 25 वर्ष पहले हुई थी. उस समय वर्ष 1995 में सर्वप्रथम पोलियो की खुराक लेने वाले मेघा वानखेरे व रौनक राय को उनके परिजन जिला अस्पताल लाए थे. अब दोनों ने रविवार को खुद जिला अस्पताल में पहुंचकर 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई. इस मौके पर उन्होंने कहा कि दो बूंद दवा अभियान बच्चों को पोलियो मुक्त करने का है. उन्होंने सभी से अपने बच्चों को दवा पिलाने की अपील की.
इधर जिला चिकित्सालय में रविवार को तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत हुई. इस अवसर पर कलेक्टर धनंजय सिंह ने चिकित्सालय पहुंचकर बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई. उन्होंने आमजन से आग्रह किया कि वे अपने 5 साल तक के बच्चों को नजदीकी पोलियो बूथ पर ले जाकर पोलियो की दवा अवश्य पिलाएं. इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर दिनेश कौशल, सिविल सर्जन डॉक्टर दिनेश देहलावर, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर नलिनी गौड़, तहसीलदार शैलेंद्र बड़ोनिया सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे.
पल्स पोलियो अभियान 2 फरवरी तक
राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का आयोजन 31 जनवरी से 2 फरवरी तक किया जाएगा. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में पल्स पोलियो हेतु 0 से 5 वर्ष तक के 1 लाख 51 हजार 58 बच्चों को पोलियो दवा पिलाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिसमें विकासखंड बाबई में 14,923, सोहागपुर में 19,091, पिपरिया में 21,547, बनखेड़ी 15,635, सुखतवा में 11,420, डोलरिया में 10,855, सिवनीमालवा में 21,004, इटारसी में 17,864 एवं होशंगाबाद में 17,681 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जायेगी. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि पल्स पोलियो अभियान कोविड-19 टीकाकरण सत्र एवं नियमित टीकाकरण सत्र को प्रभावित न करते हुए संचालित किया जाएगा.