होशंगाबाद। जिले की सबसे बड़ी कृषि उपज मंडी इटारसी में प्रदेश सरकार के खिलाफ कृषि उपज मंडी कर्मचारियों व अधिकारियों ने मंडी गेट पर आज चौथे दिन प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ वादाखिलाफी को लेकर जमकर नारेबाजी की.
इस दौरान मंडी कर्मचारियों में प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोश भी देखा गया. उल्लेखनीय है कि चार दिनों से मंडी कर्मचारियों द्वारा कामकाज बंद कर हड़ताल पर चले जाने से मंडी का कामकाज ठप पड़ा हुआ है.
जिले की इटारसी कृषि उपज मंडी अधिकारी-कर्मचारी मंडी गेट पर तालाबंदी कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. उनका कहना है की सरकार ने कृषि उपज मंडी अधिकारी, कर्मचारियों के साथ वादाखिलाफी की है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 15 दिन का आश्वासन दिया गया था कि प्रदेश के समस्त मंडी कर्मचारियों, अधिकारियों के वेतन भत्ते की सुरक्षा की जाएगी और जो कृषि संचालनालय बनेगा, उसमें शामिल किया जाएगा, लेकिन अब तक इस पर किसी प्रकार का संज्ञान नहीं लिया गया. इसके कारण सभी अधिकारी, कर्मचारी शुक्रवार से मंडियों में तालाबंदी कर केंद्रिय मॉडल एक्ट का विरोध करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं.
मध्य प्रदेश कृषि उपज मंडी कर्मचारी संघ के बैनर तले मंडी के अधिकारी, कर्मचारी एक बार फिर से धरने पर बैठ गए हैं. धरना स्थल पर बैठे कर्मचारियों ने बताया कि सितंबर माह में आश्वासन मिला था कि मंडी कर्मचारियों की मांगों का निराकरण 15 दिन के भीतर कर दिया जाएगा. इस आश्वासन पर हड़ताल को स्थगित किया गया था. इस संबंध में अब तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने के कारण मप्र मंडी बोर्ड संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर फिर हड़ताल शुरू की गई है.
मंडी कर्मचारियों ने संघ के माध्यम से कर्मचारियों के वेतन, भत्ते और शासकीय कर्मचारी की भांति वेतन व्यवस्था किए जाने की मांग रखी है. आज हड़ताल के चौथे दिन कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रर्दशन किया.