होशंगाबाद। जिले में रेत माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए प्रशासन द्वारा कदम उठाए जा रहे हैं. प्रशासन अब अवैध रूप से हो रहे रेत उत्खनन को रोकने के लिए तरह-तरह के दावे कर रहा है. इसको लेकर प्रशासन द्वारा मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारियों की रात को तैनात करने के आदेश जारी किए गए हैं.
रेत माफिया पर शिकंजा कसने के लिए अपर कलेक्टर जीपी माली ने कलेक्टर धनंजय सिंह के निर्देश पर चेकिंग करने के लिए दल गठित कर दिया है, जिसमें माइनिंग इंस्पेक्टर से लेकर तहसीलदार तक को शामिल किया गया है. लगातार अवैध उत्खनन पर पूरी तरह से प्रतिबंध के बाद भी भोपाल चौराहे से अवैध रेत की गाड़ियों को रोकने के लिए टीम बनाई गई है. इस टीम के बनते ही रेत माफियाओं में हड़कंप मच गया है. एडीएम ने बताया कि लगातार रेत की चोरी करने वालों पर एफआईआर दर्ज कराई जा रही है. 1 जून 2020 से यानि एक माह में 12 डंपरों सहित 15 ट्रैक्टर ट्राली और 2 ट्राले पर कार्रवाई की जा चुकी है, जिसमें दो डंपर मालिकों के खिलाफ चोरी की एफआईआर दर्ज देहात थाना में की गई है.
प्रशासन द्वारा रेत उत्खनन और परिवहन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने के बाद रेत की कमी को दूर करने के लिए विकल्प के तौर पर होशंगाबाद से सटे हुए रायसेन, सीहोर और नरसिंहपुर जिले से रेत परिवहन कराने की बात कही गई है. दरअसल बारिश में खदानों में पानी भरने के चलते रेत परिवहन और उत्खनन मुश्किल हो जाता है.
उत्खनन पर लगी रोक के बाद भी परिवहन की शिकायतों के बाद प्रशासन ने एहतियातन ये कदम उठाया है. हालांकि अवैध रूप से चोरों द्वारा रेत की चोरी की जा रही है, जिस पर प्रशासन अंकुश नहीं लगा पाया है. लेकिन अब अपर कलेक्टर ने कार्रवाई करने के सख्त निर्देश जारी कर दिए हैं.