होशंगाबाद। रेलवे बोर्ड द्वारा यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए वर्तमान में लगभग 80 प्रतिशत गाड़ियां शुरू की जा चुकी हैं. कोरोना काल की कठिन परिस्थिति में मंडल द्वारा कई अच्छे काम किए गए हैं. जिसमें प्रमुख रूप से इटारसी- बुधनी और बरखेड़ा- भोपाल के बीच तीसरी लाइन का निर्माण, ट्रैक में अधिकाधिक थिक वेब स्विच का उपयोग, पशुओं को रेल लाइन पर आने से रोकने की मुहिम, चेन पुलिंग की घटना को रोकने की मुहिम चलाने के साथ-साथ मंडल में गाड़ियों की गति 110-130 किमी प्रति घंटा बढ़ाई गई है.
- रेलवे में हो रहा सुधार
पिछले दिनों में मंडल ने बड़े स्टेशनों पर क्विक वॉटरिंग सिस्टम लगाया है. जिससे अब सिर्फ पांच मिनट में पूरी गाड़ी में पानी भर लिया जाता है. जो पहले 10-15 मिनट में होता था. सफर की अवधि में कमी का सीधा फायदा यात्रियों को हो रहा है. इसके चलते भोपाल मंडल में गाड़ियों की समय बद्धता अब बढ़कर 97-98 प्रतिशत हो गई है. जो एक अभूतपूर्व उपलब्धि है. मंडल रेल प्रबंधक उदय बोरवणकर ने मण्डल की इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि इसमें ट्राफ़िक नियंत्रकों, चालक दलों (क्रू मेम्बरों), गार्ड्स, स्टेशन मास्टरों और अनुरक्षण कर्मियों का पूरा योगदान रहा है. सभी संबंधित विभागों का परिचालन, संकेत और दूर संचार, इंजीनियरिंग, विद्युत, यांत्रिक आदि के आपसी सामंजस्य की वजह से यह संभव हुआ है. बता दें कि पिछले 2-3 साल पहले गाड़ियों का समय पालन लगभग 70-75 प्रतिशत होता था. जो अब 100 प्रतिशत के करीब हो गया है. अभी लगभग 160 गाड़ियों का परिचालन चल रहा है. इसका सीधा असर गाड़ियों के रनिंग टाइम पर हुआ है. भोपाल मंडल पर 130 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली गाड़ियों का समय 20-30 मिनट घटा दिया गया है.