होशंगाबाद। जिले के बानापुरा रेलवे स्टेशन स्थित आरपीएफ (RPF) चौकी में तैनात उपनिरीक्षक धर्मपाल सिंह को सोमवार को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था. सीबीआई एंटीकरप्शन भोपाल की एक टीम ने उपनिरीक्षक को रंगेहाथ पकड़ा था. वहीं मामले मंगलवार को इटारसी आरपीएफ इंस्पेक्टर देवेन्द्र कुमार को भी सस्पेंड कर दिया गया है. आरपीएफ थाना इंस्पेक्टर को पर्यवेक्षण (SUPERVISION) में लापरवाही बरतने पर निलंबित किया गया. वहीं इटारसी आरपीएफ थाने का चार्ज हबीबगंज थाना प्रभारी एससी दुबे और होशंगाबाद चैक पोस्ट के हेडकांस्टेबल मनोज कुमार को बानापुरा का प्रभार सौंपा गया है.
आपको बता दें, उपनिरीक्षक धर्मपाल सिंह रेलवे की सीमा में रह रहे लोगों से पैसे ऐंठता था. इस दौरान उसने किसी से 7 हजार रुपए की रिश्वत भी मांगी थी. शिकायत के बाद एंटीकरप्शन भोपाल की एक टीम ने आरोपी को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया था.
सीबीआई एंटीकरप्शन भोपाल डीएसपी अतुल हजेला ने मामले से जुड़ी कई अहम जानकारियां साझा की. उन्होंने बताया, इटारसी आरपीएफ (RPF) में पदस्थ उपनिरीक्षक धर्मपाल सिंह, बानापुरा आरपीएफ में चौकी प्रभारी के रूप में भी पदस्थ थे. आरपीएफ (RPF) उपनिरीक्षक धर्मपाल सिंह पर रेलवे सीमा में झोपड़पट्टी वालों से पैसे लेने का आरोप है. उपनिरीक्षक ने 7 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी. जिसकी शिकायत के बाद फरियादी से 7 हजार रुपए लेते वक्त उन्हें रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया.
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जानकारी के मुताबिक, आरोपी के आवास एवं अन्य ठिकानों की तलाशी की जा रही है. आरोपी को कार्रवाई के बाद भोपाल ले जाया जाएगा. उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला भी दर्ज कर लिया गया है. कार्रवाई करने आई टीम में डीएसपी अतुल हजेला, निरीक्षक सतीश बरवाल, दीपक पुरोहित, आरके असाटी, सुनील कुमार गुप्ता, शिल्पा शर्मा, विजय मेहरा, उपनिरीक्षक दीप शर्मा, सुभाष तोमर शामिल रहे.