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14 साल बाद निकला राशन घोटाले का जिन्न, फूड इंस्पेक्टर और मैनेजर डकार गए 19.15 लाख रुपए

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Published : Feb 19, 2022, 9:09 AM IST

नर्मदापुरम में 14 साल बाद राशन घोटाले का मामला उजागर हुआ है. पूर्व में यहां पदस्थ खाद विभाग की महिला पुलिस इंस्पेक्टर और सोसाइटी प्रबंधक ने मिलकर साल 2008 में राशन कार्ड में हेराफेरी कर लाखों रुपए के राशन का घोटाला किया था. अब विभाग ने दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. (Ration scam exposed in Narmadapuram)

ration scam exposed in narmadapuram
नर्मदापुरम में राशन घोटाला उजागर

नर्मदापुरम। जिले में एक बार फिर राशन घोटाले का मामला सामने आया है. पूर्व में भी यहां पदस्थ खाद विभाग की महिला पुलिस इंस्पेक्टर और सोसाइटी प्रबंधक ने मिलकर साल 2008 में राशन कार्ड में हेराफेरी कर लाखों रुपए के राशन का घोटाला किया था. 14 साल के बाद यह मामला उजागर हुआ. विभाग ने दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. (FIR in ration scam in Narmadapuram)

नर्मदापुरम में राशन घोटाला उजागर

19 लाख से ज्यादा की चपत
महिला कनिष्ठ अधिकारी कादंबिनी धकाते और हर्ष शिक्षित बेरोजगार मर्यादित सहकारी समिति के प्रबंधक प्रकाश तिवारी निवासी नर्मदापुरम के खिलाफ देहात थाने में केस दर्ज हुआ है. मध्यप्रदेश विनिदिष्ट भ्रष्ट आवरण अधिनियम की धारा 3/33, आईपीसी की धारा 420, 409, 467, 468 के तहत दोनों को आरोपी बनाया है. कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी मीनाक्षी दुबे के शिकायत पत्र पर पुलिस ने कार्रवाई की है. पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों ने राशन कार्ड में हेरा-फेरी कर शासन को करीब 19 लाख 15 हजार 200 रुपए की राशि की चपत लगाई है.

स्कूल की लापरवाही से बच्चे रह गए परीक्षा देने से वंचित, शिक्षा अधिकारी बोले जांच होगी

14 साल चली जांच
तत्कालीन कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी कादंबिनी धकाते नर्मदापुरम में पदस्थ थीं. प्रकाश तिवारी हर्ष शिक्षित बेरोजगार मर्यादित सहकारी समिति का प्रबंधक था. फरवरी 2008 से दिसंबर 2009 तक दोनों ने गरीबों के राशन कार्डों में हेराफेरी कर गेहूं, चावल, शक्कर व खाद्य सामग्री में हर महीने घोटाला किया. उस वक्त शिकायत हुई थी, लेकिन मामले को वरिष्ठ अधिकारियों ने दबा दिया था. इसके बाद इंस्पेक्टर का होशंगाबाद से तबादला हो गया था. 14 साल की लंबी जांच के बाद देहात थाने में एफआईआर दर्ज हुई. पुलिस का कहना है कि मामला भ्रष्टाचार को लेकर है, इसलिए आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की जाएगी और जांच भी तेजी से की जाएगी.

(Ration scam exposed in Narmadapuram) (fir on food officer and manager after 14 years in Narmadapuram)


नर्मदापुरम। जिले में एक बार फिर राशन घोटाले का मामला सामने आया है. पूर्व में भी यहां पदस्थ खाद विभाग की महिला पुलिस इंस्पेक्टर और सोसाइटी प्रबंधक ने मिलकर साल 2008 में राशन कार्ड में हेराफेरी कर लाखों रुपए के राशन का घोटाला किया था. 14 साल के बाद यह मामला उजागर हुआ. विभाग ने दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. (FIR in ration scam in Narmadapuram)

नर्मदापुरम में राशन घोटाला उजागर

19 लाख से ज्यादा की चपत
महिला कनिष्ठ अधिकारी कादंबिनी धकाते और हर्ष शिक्षित बेरोजगार मर्यादित सहकारी समिति के प्रबंधक प्रकाश तिवारी निवासी नर्मदापुरम के खिलाफ देहात थाने में केस दर्ज हुआ है. मध्यप्रदेश विनिदिष्ट भ्रष्ट आवरण अधिनियम की धारा 3/33, आईपीसी की धारा 420, 409, 467, 468 के तहत दोनों को आरोपी बनाया है. कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी मीनाक्षी दुबे के शिकायत पत्र पर पुलिस ने कार्रवाई की है. पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों ने राशन कार्ड में हेरा-फेरी कर शासन को करीब 19 लाख 15 हजार 200 रुपए की राशि की चपत लगाई है.

स्कूल की लापरवाही से बच्चे रह गए परीक्षा देने से वंचित, शिक्षा अधिकारी बोले जांच होगी

14 साल चली जांच
तत्कालीन कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी कादंबिनी धकाते नर्मदापुरम में पदस्थ थीं. प्रकाश तिवारी हर्ष शिक्षित बेरोजगार मर्यादित सहकारी समिति का प्रबंधक था. फरवरी 2008 से दिसंबर 2009 तक दोनों ने गरीबों के राशन कार्डों में हेराफेरी कर गेहूं, चावल, शक्कर व खाद्य सामग्री में हर महीने घोटाला किया. उस वक्त शिकायत हुई थी, लेकिन मामले को वरिष्ठ अधिकारियों ने दबा दिया था. इसके बाद इंस्पेक्टर का होशंगाबाद से तबादला हो गया था. 14 साल की लंबी जांच के बाद देहात थाने में एफआईआर दर्ज हुई. पुलिस का कहना है कि मामला भ्रष्टाचार को लेकर है, इसलिए आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की जाएगी और जांच भी तेजी से की जाएगी.

(Ration scam exposed in Narmadapuram) (fir on food officer and manager after 14 years in Narmadapuram)


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