होशंगाबाद। पूर्व की शिवराज सरकार में नर्मदा नदी के किनारे लगाए गये 6 करोड़ 76 लाख पौधों में से आधे नष्ट हो चुके हैं. संरक्षण के अभाव में दो साल बाद 51 प्रतिशत पौधे मर चुके हैं. 2 जुलाई 2017 को तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने नर्मदा नदी के कैचमेंट एरिया में 6 करोड़ 76 लाख पौधे लगवाए थे, जो विश्व रिकॉर्ड बना था.
इन पौधों को प्रदेश के 24 जिलों में रोपित किया गया था. बात अगर होशंगाबाद की करें तो यहां नर्मदा नदीं के किनारे करीब 55 लाख पौधे रोपे गये थे, जिनमें से आधे जिंदा हालात में हैं. इस बात का खुलासा वनविभाग के द्वारा किये गये एक सर्वे की रिपोर्ट में हुआ है. वन मंत्रालय ने ये रिपोर्ट मांगी है.
प्रदेश सरकार भी एक सर्वे करा रही है, जिसकी रिपोर्ट जुलाई माह तक पूरी हो जाएगी. इस रिपोर्ट में 24 जिलों में पौधों की वर्तमान स्थिति को दर्शाया जाएगा. जिले की नर्मदा नदी के कैचमेंट एरिया में लगाए गये पौधों के संरक्षण के लिए तमाम व्यवस्थाएं भी की गयीं थीं, लेकिन लापवाही और संरक्षण के अभाव में पौधे बच नहीं सके.