होशंगाबाद। स्व. अनिल माधव दवे का होशंगाबाद से बहुत गहरा नाता रहा है, जिसका प्रमुख कारण नर्मदा नदी है, नर्मदा-तवा के संगम तट बांद्राभान में वो देश-दुनिया के विशेषज्ञों के साथ कई बार नदी महोत्सव का आयोजन कराए, जिसके बाद नदी महोत्सव की जगह पर जो नर्मदा का पैरियन जोन है, वहां पौधरोपण कर याद किया जा रहा है. होशंगाबाद जिला समित 16 अन्य जिलों के 51 विकास खंडों एवं 712 ग्राम पंचायतों के नर्मदा तट क्षेत्रों पर पौधरोपण कर श्रदांजलि दी गई, इस कार्यक्रम में करीब 150 से अधिक संगठन नर्मदा के नए पैरियन जोन में पौधरोपण कर रहे हैं.
इस दौरान समितियों के सदस्य अलग-अलग जगहों पर लॉकडाउन का पालन करते हुए पौधरोपण करा रहे हैं, अनिल माधव दवे पर्यावरण को ही अपना जीवन मानते थे, कहा जाता है कि वो अपने वसीयतनामे में पौधा लगाकर श्रद्धांजलि देने की बात लिख गए हैं, जन अभियान परिषद के समन्वयक कौशलेंद तिवारी ने बताया कि अनिल दवे के स्मरण में नर्मदा तट से लगे 16 जिलों के 51 विकास खंडों एवं 712 ग्राम पंचायतों में पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है. जिले के 68 ग्राम पंचायतों में भी पौधारोपण किया गया.
अनिल माधव दवे का विशेष रुप से नर्मदा नदी से विशेष लगाव था और उन्होंने जल मंत्री के रूप में विभिन्न कार्य किए थे, इस दौरान नदियों की स्वच्छता के लिए विशेष मंथन के लिए नदी महोत्सव का आयोजन भी कई सालों तक होशंगाबाद के तटों पर कराया था.