होशंगाबाद। हिल स्टेशन पचमढ़ी पर्यटकों के लिए नये साल के आने से पहले ही गुलजार हो गया है. यहां पर अभी से होटल फुल होना शुरू हो गए हैं. यहां साल सैलानी नये साल का जश्न बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं. लेकिन इस बार सैलानियों को कोरोना गाइडलाइन के साथ जश्न मनाने को कहा है. वहीं यहां आने वाले पर्यटकों ने नये साल का जश्न मनाने की तैयारी कर ली गई हैं. यहां न्यू ईयर के लिए होटल फुल हो चुके हैं. पचमढ़ी में एमपी टूरिज्म सहित सभी निजी होटलों में पैर रखने को जगह नहीं है
अनलॉक के बाद से पर्यटन उद्योग फिर से पटरी पर आ गया है. मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम पचमढ़ी के सभी 12 होटल पर्यटकों से फुल हो चुके हैं. पचमढ़ी में अक्टूबर से पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ी है. बीते एक सप्ताह में लगभग 4 हजार सैलानी पचमढ़ी पहुंच चुके हैं. यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को लगातार कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की समझाइश दी जा रही है. सोशल डिस्टेसिंग के साथ ही पर्यटन केद्रों पर आवागमन करने दिया जा रहा है. कोरोना लॉकडाउन के चलते 80 दिनों तक पचमढ़ी में पर्यटकों के आने-जाने और होटलों पर प्रतिबंध लगा रहा. इस कारण प्राकृतिक ऊर्जा से भरपूर यह नगरी बेजान सी नजर आने लगी थी, क्योंकि यहां के रहवासियों का मुख्य अर्थिक स्रोत पर्यटन उद्योग ही हैं.
यहां घूम सकते हैं सैलानी
पचमढ़ी में जटाशंकर, बड़ा महादेव, चौरागढ़, पांडव गुफा, हांडी खोह, धूपगढ़, जलप्रपात सहित अद्भुत प्राकृतिक धरोहर पर घूमने के लिए पर्यटक आएंगे. टैक्सी संचालक आशु साहू ने बताया कि अभी से 31 दिसंबर के जश्न को लेकर जिप्सी भी बुक हो गई हैं. पचमढ़ी में धूपगढ़, बड़ा महादेव, बीफॉल एवं रजत प्रपात जाने के लिए केवल स्थानीय स्तर पर जिप्सियों के परिचालन की अनुमति मिल गई है. पचमढ़ी में लगभग 150 जिप्सियों का संचालन होता है. कोरोना गाइडलाइन के चलते एक जिप्सी में केवल 6 पर्यटकों को बैठने की अनुमति है.
तापमान में निरंतर गिरावट दर्ज
पचमढ़ी में बुधवार को न्यूनतम तापमान तीन डिग्री पर आ गया है. इस सीजन का सबसे कम तापमान सोमवार और बुधवार दर्ज किया गया है. तेजी से नीचे गिरते तापमान का असर पचमढ़ी में देखने को मिल रहा है. पचमढ़ी में प्रतिवर्ष करीब 12 लाख पर्यटक पहुंचते हैं.