होशंगाबाद। जिले के हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर शानिवार को होशंगाबाद पहुंचेंगे, विवेक शनिवार को भोपाल से कार से होशंगाबाद पहुंचेंगे, बाबई रोड से जिप्सी से नर्मदा महाविद्यालय पहुंचकर कार्यक्रम में शामिल होंगे, भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता है, भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी विवेक सागर ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया है, हॉकी टीम की जीत के बाद विवेक सागर पहली बार होशंगाबाद पहुंच रहे हैं.
tokyo olympic 2021 के विजेता विवेक के स्वागत में जुटा पूरा गांव
भारत ने 41 साल बाद यह कांस्य पदक अपने नाम किया है, होशंगाबाद के बेटे विवेक सागर के गृह ग्राम चांदोन में हॉकी टीम के कांस्य पदक जितने के बाद से ही विवेक के ग्राम सहित पूरे जिले में खुशी का माहौल है, विवेक के आने से पहले ही गांव में खुशी का माहौल है, टीम के जीतने के बाद से ही विवेक के घर के सामने करीब 4 लाख की राशि से सड़क का निर्माण कराया गया है.
ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले विवेक को सीएम ने दिया सम्मान
विवेक के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी विवेक को 1 करोड़ की राशि दी है, साथ ही डीएसपी पद के साथ, घर बनाकर देने की बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कही है.
विवेक सागर कई कार्यक्रमों में होंगे शामिल
विवेक दिल्ली से प्लेन से भोपाल पहुंचेंगे, जिसके बाद विवेक को कार से होशंगाबाद लाया जाएगा, सुबह साढ़े 9 बजे विवेक बाबई रोड से जिप्सी से निकलेंगे, 10 बजे नर्मदा महाविद्यालय पहुंचेगे, नर्मदा महाविद्यालय के कार्यक्रम में शामिल होकर विवेक इटारसी अपने जाम चांदोन पहुंचेगे.
कड़ी मेहनत के बदौलत विवेक सागर ने दर्ज की जीत
Olympic के महत्वपूर्ण मैच में अर्जेंटीना के खिलाफ भारत ने 3-1 से जीत दर्ज की थी, जिसमें विवेक सागर की अहम भूमिका थी, इस मैच में मिडफील्डर रहे विवेक ने एक गोल दागकर भारत को क्वार्टर फाइनल में पहुंचाने का महत्वपूर्ण योगदान दिया था, जिसके बाद आज जर्मनी को हराकर टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने में भी एक अहम भूमिका निभाई है, लेकिन विवेक के लिए ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने का सपना इतना आसान नहीं रहा है, विवेक ने कड़ी मेहनत से भारतीय टीम में मुकाम हासिल कर अपनी श्रेष्ठता साबित की है.
पक्का मकान बनाना विवेक का था सपना
हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर कुछ साल पहले उन्होंने अपने परिवार को पक्के मकान में रखने का सपना देखा था. अब वह सपना पूरा होने वाला है. टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन और 41 साल बाद देश के लिए पदक लाने पर मुख्यमंत्री शिवराज ने विवेक सागर का सम्मान किया. इस दौरान उन्हें सरकार की तरफ से एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी गई. चैक मिलने के बाद जब विवेक से पूछा गया कि वह इसका क्या करेंगे, तो उन्होंने बताया कि सबसे पहले वह अपने माता-पिता के लिए पक्की मकान बनवाएंगे.
टीन की छत के नीचे रहते है परिवार
विवेक सागर का परिवार इटारसी के चांदौन गांव की तंग गलियों में टीन की छत के नीचे रहता है. अब विवेक इसी गांव में अपने परिवार के लिए एक अच्छा घर बनाना चाहते हैं. वैसे विवेक हॉकी के कई टूर्नामेंट में हिस्सा ले चुके हैं, कई बार उन्हें अवॉर्ड और इनाम मिले हैं, लेकिन पहली बार उन्हें इनाम के तौर पर इतनी बड़ी राशि मिली है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तरफ सम्मान और इनाम की राशि मिलने पर विवेक सागर भावुक भी नजर आए.
मध्य प्रदेश की हॉकी अकादमी विश्व की सबसे अच्छी हॉकी अकादमी है. मैं 2003 में छोटे से गांव से यहां आया था. जिंदगी में हर कोई आगे जा सकता है, इसके लिए मेहनत के अलावा अनुशासन भी जरूरी है.
विवेक के नाम कई अवॉर्ड्स
विवेक सागर इंडियन जूनियर हॉकी टीम की कप्तानी कर चुके हैं. 2019 में 'हॉकी स्टार्स अवार्ड्स' में विवेक को 'राइजिंग स्टार ऑफ द ईयर' के खिताब से भी नवाजा जा चुका है. हौसले और अपने लक्ष्य को पाने की ललक ने उन्हें भारतीय हॉकी की राष्ट्रीय टीम में जगह दिलाने में मदद की. विवेक हॉकी की ओलंपिक टीम में चुने जाने से पहले कई बड़ी प्रतियोगिताओं में भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके हैं.
विवेक सागर की उपलब्धियां
साल 2018 में फोर नेशंस टूर्नामेंट, कॉमनवेल्थ गेम्स, चैम्पियन्स ट्रॉफी, यूथ ओलम्पिक, न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज, एशियन गेम्स और साल 2019 में अजलान शाह हॉकी टूर्नामेंट और आस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज जैसी अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके हैं. विवेक सागर को 'यूथ-ओलम्पिक' में 'बेस्ट-स्कोरर' और 'फाइनल सीरीज भुवनेश्वर' में 'बेस्ट जूनियर प्लेयर अवॉर्ड' से भी सम्मानित किया जा चुका है. एशियाड 2018 में भारत को कांस्य पदक दिलाने वाली भारतीय टीम में शामिल मिडफिल्डर हॉकी खिलाड़ी विवेक अब तक 62 से ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं.