नर्मदापुरम। जिले के सोहागपुर में समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी के दौरान अमानक (खराब) मूंग मिलने का सिलसिला जारी है. जब इन वेयर हाउस से मूंग को उठाने पहुंचे कर्मचारियों और अधिकारी ने जब मुंह की गुणवत्ता की जांच की तो वह खुद दंग रह गए. मूंग की कट्टी में 100% मिट्टी और मूंग से दाल बन चुकी मूंग मिली है, इसको देखकर वह हैरान है.
क्या है पूरा मामला: दिल्ली और पिपरिया की कंपनी द्वारा मध्य प्रदेश सरकार से 2022 में समर्थन मूल्य पर खरीदी गई. मूंग का टेंडर के माध्यम से खरीदी गयी. कंपनी द्वारा वेयरहाउसों में रखी सरकारी मूंग को उठाने का काम शुरू किया गया, परंतु जैसे ही कंपनियो ने वेयरहाउस से मूंग उठाना शुरू किया, तो मूंग अमानक स्तर की निकली.
ये भी पढ़ें... |
दिल्ली की कंपनी श्री श्याम एग्रो के कर्मचारियों ने बताया कि सोहागपुर के ग्राम गुरमखेड़ी स्थित महालक्ष्मी वेयरहाउस में उनके द्वारा मूँग उठाई जा रही है. कट्टियों में मूंग पूरी तरह खराब स्तर की है. मूंग में आधे से अधिक मिट्टी मिली हुई है या फिर मूंग की जगह डाल निकल रही है. उनके द्वारा इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की गई है, परंतु कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
वहीं वेयरहाउस द्वारा उन्हें पूरा माल उठाने के लिए विवश किया जा रहा है. अब देखना बाकी है कि मार्कफेड द्वारा व्यापारियों को बेची गई. अमानक स्तर की मूंग मिलने के बाद क्या कार्रवाई की जाती है, जब इस विषय पर जानकारी लेने के लिए मार्कफेड और वेयरहाउसिंग कारपोरेशन के अधिकारियों को मोबाइल लगाया गया तो उनके द्वारा कहां गया की मौके पर कर्मचारियों को पहुंचा रहे हैं. परंतु अधिकारियों द्वारा किसी भी कर्मचारी को महालक्ष्मी वेयरहाउस गुरमखेड़ी नहीं पहुंचाया गया. यहां पर करोड रुपए की मूंग खरीदी करने के बाद रखी गई थी अब खरीदी गई मूँग को वेयरहाउस से उठाया जा रहा है.