नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. आचार संहिता लगने से पहले विधायकों में श्रेय लेने की होड़ लगी हुई है. नर्मदापुरम- माखननगर के बीच तवा नदी पर करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपए की लागत से नया पुल बनना है. पुल के एक छोर पर नर्मदापुरम तो वहीं माखननगर की छोर पर सोहागपुर विधानसभा सीट लगती है. नए पुल का भूमिपूजन सोमवार 2 अक्टूबर को सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह और सांसद उदय प्रताप सिंह ने किया था. वहीं तीन दिन बाद आज नर्मदापुरम विधायक डॉ.सीताशरण शर्मा ने दोबारा भूमिपूजन किया.
इस प्रकार बनेगा पुल : जिले में पहली बार भाजपा के दो विधायक होने के बावजूद एक ही ब्रिज का दो बार भूमिपूजन होने से ये मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. नर्मदापुरम विधायक डॉ सीताशरण शर्मा ने इस मामले में बताया कि करीब 150 करोड़ रुपए की लाहत से ये पुल बनेगा. 24 महीने इसकी डेट है और बरसात का समय जोड़कर 32 महीने में यह पूर्ण हो जाएगा. हमारा अनुमान है कि 6 महीने पहले ही पुल का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. 60 फीट लंबा और 18 फीट चौड़ा यह फोरलेन ब्रिज बनेगा. पुराने पुल से यह 6 मीटर दूर होगा.
ये खबरें भी पढ़ें.. |
दूसरी बार भूमिपूजन को सही ठहराया : दूसरी बार भूमिपूजन के सवाल का जवाब देते हुए विधायक ने कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं है. ऐसा पहले भी हुआ है. कहीं कोई विरोधाभास भी नहीं है. क्योंकि यह पुल दोनों क्षेत्रों को जोड़ता है. दोनों तहसीलों को भी जोड़ता है. इस तरफ नर्मदापुरम है और उस तरफ बाबई है. दोनों जगह अलग-अलग भूमिपूजन हुए हैं तो कोई बड़ी बात नहीं है. उन्होंने कि कहा कांग्रेस ने तो आधा ही बनाया था. बीजेपी में गुटबाजी पर उन्होंने कहा कि पार्टी एक है. वहीं, कार्यक्रम में पहुंचे सेतु निर्माण के सब इंजीनियर महेश वर्मा ने दो बार भूमिपूजन के सवाल पर कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है.