नर्मदापुरम। देश में जातियां बहुत पहले से रह रही हैं, पर जातिवाद का बीज देश के लिए लगातार खतरनाक साबित होता जा रहा है. यह बात विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम (MP speaker Girish Gautam) ने नर्मदापुरम में कही. गिरीश गौतम एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने नर्मदापुरम पहुंचे थे, जहां उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए संप्रदायवाद को देश के लिए खतरा बताया.
जातिवाद से नकारात्मक भाव आता है: विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा जातिवाद और उसे फैलाने वाले लोग खराब हैं. जाति बुरी नहीं है, क्योंकि जातियां तो सदियों से हैं. जब उनसे जातिवाद को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा हिंदूवादी होना अलग है और जातिवादी होना अलग. जातिवाद से नकारात्मक भाव पैदा होता है और हिंदूवाद से सकारात्मक भाव. उन्होंने कहा मैं ब्राह्मण परिवार में पैदा हुआ, मुझे ब्राह्मण होने पर गर्व है, लेकिन में ब्राह्मणवादी नहीं हूं.
पालथी मारकर बैठना तपस्या नहीं: गिरीश गौतम ने बताया कि ब्राह्मणत्व को प्राप्त करने के लिए जो तपस्या करनी पड़ती है, इसे तैयार करने वाले ऋषि होते थे. सारे संसार को त्याग कर ज्ञान प्राप्त करते थे. तपस्या वह नहीं है कि पालथी मारकर बैठ गए. त्याग करके तपस्या की जाती है, तब ज्ञान प्राप्त करता है. उन्होंने कहा संगठन की ताकत के लिए हमारे अंदर की बुराइयां खत्म करना जरूरी है, इस पर विचार किया जाना चाहिए.(Girish Gautam in Narmadapuran) (Girish Gautam statement on casteism) (Problems of casteism in india)