नर्मदापुरम। जिले में इस वर्ष 2 लाख 93 हजार हेक्टेयर में किसानों ने मूंग की बोवनी की है. नर्मदापुरम जिले के चांदौन, सनखेड़ा, जमानी और आसपास क्षेत्र के किसान मूंग की फसल में कीटनाशक दवा के साथ देसी शराब मिलाकर छिडक़ाव कर रहे हैं. वह भी इसलिए ताकि जल्दी से ज्यादा फूल खिलें और अधिक उत्पादन हो. वहीं कुछ किसानों का कहना है कि ऐसा करने से जहां मूंग की फसल में इल्ली और अन्य कीट तुरंत मर जाते हैं और पैदावार भी अधिक होती है.
कृषि विभाग ने बताया भ्रामक कदम : इस बारे में कृषि उपसंचालक नर्मदापुरम जेआर हेडाऊ ने बताया मूंग में देसी शराब का छिड़काव करने से उसके उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. किसान एक-दूसरे से सुनकर यह प्रयोग कर रहे हैं. फसल अब फूल की स्थिति में आने वाली है. इससे पहले किसान पंप में देसी शराब भरकर मूंग के पौधों को पिला रहे हैं. सनखेड़ा के किसान कन्छेदी चौधरी, दिलीप गुलाब सिंह चौरे बताते हैं कि उन्होंने 5 एकड़ में मूंग फसल लगाई है. जिस पर देसी शराब का छिड़काव किया जा रहा है. इसी प्रकार ग्राम दमदम के गोपाल चौरे, चांदौन के किसान पवन कुमार ने मूंग की फसल लगाई है. जिस पर देसी शराब का छिडक़ाव किया जा चुका है.
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फसलों से आ रही बदबू : मूंग में शराब का छिड़काव करने के बारे में किसान कहते हैं कि इससे मूंग का पौधों में गर्मी बढ़ती है. जिससे जल्दी से ज्यादा फूल आते हैं. ज्यादा फूल आएंगे तो ज्यादा उत्पादन होगा. मूंग की फसल पर देसी शराब का छिड़काव करने से अधिक उत्पादन मिलने के तर्क के चलते इटारसी से सटे गांवों सोमलवाड़ा, चांदौन और घाटली में इन दिनों मूंग के खेत के आसपास से गुजरते ही शराब की बदबू आ रही है. शराब दुकानों पर भी देसी शराब की मांग बढ़ गई है. एक शराब दुकानदार ने बताया कि पहले दिन में लगभग 500 क्वार्टर शराब बेचते थे, अब मांग बढ़कर दोगुना हो गई है.