नर्मदापुरम। प्रदेश में 10 वीं एवं 12 वीं के परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद अब जिले भर के 96 स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, जिनके स्कूलों में 10 वीं एवं 12 वीं में 40 फीसदी से कम रिजल्ट रहे हैं. साथ ही 15 जून तक सभी 96 स्कूलों के प्राचार्यों को जवाब भेजने को कहा गया है.
10 वीं और 12वीं का रिजल्ट खराब: जिला शिक्षा अधिकारी एसपी सिंह बिसेन ने शुक्रवार को पत्र संख्या- 3730 जारी कर उल्लेख किया है. जिसमें लिखा है ''माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश द्वारा आयोजित हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी परीक्षा 2023 के परीक्षा फल की घोषणा के बाद आपके द्वारा गूगल लिंक पर प्रवेश तक किए गए. परीक्षा परिणाम की समीक्षा की गई, जिसमें आपकी संस्था का परीक्षा परिणाम 40% या उससे कम पाया गया है. जिससे यह स्पष्ट है कि आपके द्वारा अपने पदीय दायित्वों के निर्वहन में रुचि नहीं ली जा रही है. साथ ही शासकीय कार्य में लापरवाही भी बढ़ती जा रही है.''
वेतन वृद्धि रोकने की कार्रवाई: उन्होंने लिखा कि ''आपका कृत्य मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3(1)(2)(3) के विपरीत होने से दंडनीय है. आपके द्वारा किए गए कदाचार के लिए क्यों ना आपके विरुद्ध मध्य प्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 10(4) के तहत 2 वार्षिक वेतन वृद्धि आसंचयी प्रभाव से रोकने की कार्रवाई की जाएगी.''
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एकपक्षीय कार्रवाई प्रस्तावित: वहीं इस पूरे मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने पत्र में उल्लेख किया है. उपयुक्त के संबंध में आप अपना उत्तर कारण बताओ सूचना पत्र प्रतिउत्तर दिनांक 15 जून तक अनिवार्य रूप से जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के परीक्षा वर्ग में समय अवधि में जमा कराएं. समयावधि के उत्तर प्राप्त ना होने की दशा एवं आपके द्वारा प्रस्तुत उत्तर संतोषजनक ना पाए जाने पर नियमानुसार आपके खिलाफ एकपक्षीय कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी.