होशंगाबाद। कोरोना की दूसरी लहर ने प्रदेश के साथ होशंगाबाद जिले को झकझोर दिया और जिले में कई ने अपनों को खो दिया. लेकिन आने वाले समय में कोई अपनों को न खोए इसलिये तीसरी लहर के आने से पहले जिले में कोरोना से लड़ने के लिए हम तैयार हैं. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि कोरोना की तीसरी लहर हमें नुकसान नहीं पहुंचाएगी.बता दें कि हेल्थ डिपार्टमेंट में जिले में 110 डॉक्टर हैं इसके अलावा 19 नए डॉक्टर्स की भर्ती कराई गई है.जिसमें आयुष डॉक्टर भी शामिल हैं. साथ ही यहां पर 72 नई नर्सों की नियुक्ति की गई है. इन सभी को जरुरत के अनुसार जॉइनिंग दी गई है.वहीं अगर जिला अस्पताल की बात की जाए तो होशंगाबाद चिकित्सालय में 27 डॉक्टर हैं और 133 नर्स हैं. जो आने वाले समय में लोगों की मदद के लिए तत्परता से खड़े रहेंगे. जरुरत पड़ने पर वरिष्ठ डॉक्टर्स को ग्रामीणों इलाकों में भेजा गया और आगे भी ऐसा जरुरत पड़ने पर किया जाएगा.इसके अलावा तीसरी लहर में अनुमान लगाया जा रहा है कि ये बच्चों के लिए ज्यादा घातक होगी इसलिये जिले में 6 विशेषज्ञों की तैनाती के साथ उन्हे विपरीत परिस्थियों से निपटने के लिए ट्रेनिंग देने की भी तैयारी है.
O2 की है पर्याप्त व्यवस्था
सुविधाओं की अगर बात की जाए तो यहां सुविधाओं में भी हेल्थ डिपार्टमेंट बेहतर सेवा का दावा कर रहा है साथ ही सुविधाओं को अपडेट भी कर रहा है. बता दें कि जिले में ऑक्सीजन की बात की जाए तो D टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर 482 हैं, और B टाइप 304 ऑक्सीजन सिलेंडर हैं. सभी सेंटरों पर सेंट्रल लाइन से ऑक्सीजन देने की व्यवस्था है, तीसरी लहर से लड़ने के लिए जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट का स्ट्रक्चर बनकर तैयार है. बाहर से ऑक्सीजन प्लांट की मशीनें नहीं आने के कारण प्लांट शुरू नहीं हो पाया है लेकिन जल्द ही यह ऑक्सीजन प्लांट भी शुरू हो जाएगा. जिससे लोगों की ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी. वहीं स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जिले में 500 से अधिक बेड हैं जिसमें से 250 से अधिक आइसोलेशन बेड हैं और 64 ऑक्सीजन बेड हैं . जिले में डीसीएचसी(1) 36 बेड, डीसीएचसी(2) 28 बेड हैं, मेटरनिटी में करीब 130 बेड, एसएनसीयू में 32 बेड, पीआईसीयू में 10 बेड, सीएचडब्लू 25 में बेड, एनआरसी में 10 बेड और आईसीयू में 10 बेडों की व्यवस्था है. जो जिले के लिए पर्याप्त है.
बच्चों को छू भी नहीं पाएगी 'तीसरी लहर'
तीसरी लहर का असर हमारे बच्चों पर ज्यादा पड़ सकता है इसलिये जिले में 6 बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती की गई है साथ ही एसएनसीयू और पीआईसीयू की भी व्यवस्था है. इतना ही नहीं फ्रंटलाइन वर्करों को ट्रेनिंग देने की भी तैयारी है जिससे वे कोरोना का मुकाबला मजबूती से कर सकें.
कोरोना के खात्मे के लिए जारी है 'किल कोरोना'
कोरोना से लड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले में किल कोरोना अभियान चलाया हुआ है. बता दें कि जिले में 24 मई तक किल कोरोना थ्री अभियान चलाया गया जबकि वर्तमान में किल कोरोना 4 अभियान जारी है. इसके माध्यम से गांव- गांव जाकर हॉट स्पॉट चिन्हित किए जा रहे हैं और गांवों को चयनित कर इलाज दिया ज रहा है. यह काफी कारगर साबित हुआ है
कोरोना से लड़ाई के लिए 7 निजी अस्पताल चिन्हित
कोरोना से लड़ाई के लिए जिले में निजी अस्पतालों का भी सहयोग लिया जा रहा है. कोविड के दौरान 7 निजी अस्पतालों को चयनित किया गया. नर्मदा अस्पताल, मालवी अस्पताल, अमृत हॉस्पिटल, न्यू पांडे अस्पताल, सेंट जोसफ़ अस्पताल, दयाल अस्पताल और वात्सल्य हॉस्पिटल को चयनित किया गया है, जहां कोविड का इलाज कराया जा सकता है.
12 लाख से ज्यादा है जिले की आबादी
12 लाख 40 हजार 975 कुल जनसख्या वाले होशंगाबाद ज़िले में कुल आबादी बाले गांव 923 हैं, 8 तहसील, 7 विकासखंड, 421 कुल ग्राम पंचायत, 7 जनपद पंचायत, 11 शहरीय क्षेत्र, 4 नगर पालिका हैं. यहां की ग्रामीण जनसंख्या 8 लाख 51 हजार 126 और शहरी आबादी 3 लाख 89 हजार 849 है
कोरोना की तीसरी लहर से सावधानी की जरूरत : एक्सपर्ट
वर्तमान में वैक्सीनेशन की बात की जाए तो करीब 1 लाख 55 हज़ार लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. लेकिन आबादी के लिहाज से वैक्सीनेशन कम है. बता दें कि जिले की कुल आबादी 12 लाख 40 हजार 975 है जिसे जल्द से जल्द वैक्सीनेट करना जरुरी है और अगर ऐसा नहीं करते हैं तो तीसरी लहर में जिले की बड़ी आबादी संक्रमित हो सकती है जिससे खतरा ज्यादा बढ़ सकता है.अब ये तो आने वाला समय ही बताएगा कि 129 डॉक्टर्स के भरोसे हम तीसरी लहर से कैसे लड़ पाएंगे. हालांकि स्वास्थ्य विभाग तीसरी लहर से मजबूती से लड़ने के अपने वादे पर कायम है