होशंगाबाद। जिलेभर में विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जा रहा है. जिसके तहत प्रशासन लगातार नवजात बच्चों को जन्म के साथ ही मां का दूध पिलाने के लिए जागरूक अभियान चला रही है, लेकिन इन अभियानों का जमीनी रूप से असर होता नहीं दिख रहा है. लगातार प्रयास के बाद भी जन्म के एक घंटे के अंदर नवजात को मां का दूध नहीं मिल पा रहा है, जिसके चलते कुपोषित बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
स्वास्थ्य विभाग विश्व स्तनपान सप्ताह माना रहा है. प्रदेश में केवल 34% बच्चों को ही जन्म के 1 घंटे बाद मां का दूध मिल पाता है. 66 % बच्चे को समय पर दूध नहीं मिल पाता है. जिसके चलते बच्चों में कुपोषण और शिशु मृत्यु दर में कमी नहीं आ पा रही है. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के आंकड़ों के अनुसार जिले में मात्र 36% शिशुओं को मां का समय पर दूध मिल पाता है.
बाल विकास अधिकारी का कहना है कि लगातार कैंपेन चलाया जा रहा है आंगनबाडी कार्यकर्ताओं और सहायिका यह बात गर्भवती महिलाओं को बता रही है, लेकिन कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है. होशंगाबाद में 40% बच्चे कुपोषण थे. इसके लिए दस्तक अभियान के तहत कई बच्चों की छटनी कर रक्त भी चढ़ाया गया है. लेकिन जिले की स्थिति नहीं सुधर रही है.