होशंगाबाद। बाबई तहसील के मारु नदी को पार करते समय तेज बहाव में 11 साल की बच्ची के बह जाने से मौत हो गई. मृतिका अपने परिवार के चार सदस्यों के साथ नदी पर बने रपटे को पार कर रही थी.
नदी के तेज बहाव में बह गई 11 साल की लड़की, मुश्किल से बची परिवारवालों की जान
होशंगाबाद के बाबई तहसील में नदी के तेज बहाव में बहने से 11 साल की बच्ची की मौत हो गई.
नदी के तेज बहाव में बह गई 11 साल की लड़की
होशंगाबाद। बाबई तहसील के मारु नदी को पार करते समय तेज बहाव में 11 साल की बच्ची के बह जाने से मौत हो गई. मृतिका अपने परिवार के चार सदस्यों के साथ नदी पर बने रपटे को पार कर रही थी.
Intro:जिले के बाबई तहसील अंतर्गत आनेवाले ग्राम गोलगाव में मारु नदी पर बने रपटे को पार करते समय 5 लोग पानी के तेज बहाव में बह गए। दो लोगो को ग्रामीणों की मदद से बचाया गया तो वही 11 साल की युवती की पानी में डूबने से मौत हो गयी। घटना कल देर रात की बताई जा रही हे। आज होमगार्ड जवानो की टीम ने मौके पर पहुंचकरयुवती के शव को सर्चिग कर पानी से निकाला। बाबई पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पीएम कराकर परिजनो को सौप दिया हे।Body:खेत से धान लगाकर लौट रही था परिवार
मिली जानकारी के अनुसार कल रात माँ ओर अपनी दोनों बेटी हरीबाई और ममता के साथ खेत में धान लगाकर घर वापस लौट रही थी। इस दौरान मारु नदी पर बने रपटे पर तेज बारिश की वजह से पानी बह रहा था। काफी देर तक इंतज़ार भी रपटे पर पानी कम नहीं हुआ तो तीनो रपटा पार करने लगे। इस दौरान तेज बहाव के चलते हरी बाई का पैर फिसलने से नदी में बह गयी। हरी बाई को बचाने के प्रयास में माँ सरवती और छोटी बेटी ममता भी पानी के तेज बहाब में बहने लगी। नदी किनारे खड़े गांव के ही दो युवक सोनू कुशवाहा और संदीप कुशवाहा ने माँ ममता और छोटी बेटी ममता को कड़ी मेह्नत के बाद निकला। वही हरीबाई को नहीं बचाया जा सका।Conclusion:पेड़ की जड़ में फसा मिला शव
देर रात को ही होमगार्ड के जवान पहुंच गया है लेकिन अँधेरा होने की वजह से शव को पानी के बाहर से देर रात ढूढ़ते रहे वही आज सुबह बाबई थाना पुलिस और होमगार्ड के 8 जवान मौके पर पहुंचे और काफी देर सर्चिग करने के बाद मृतका हरीबाई के शव को करीब 100 मीटर की दूरी पर पेड़ की जड़ में फसा हुआ निकला। फिलहाल बाबई पुलिस मर्ग कायम कर शव का पीएम कराकर परिजनों को सौप दिया हे।
बाइट आर.के.एस चौहान ( डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड)
मिली जानकारी के अनुसार कल रात माँ ओर अपनी दोनों बेटी हरीबाई और ममता के साथ खेत में धान लगाकर घर वापस लौट रही थी। इस दौरान मारु नदी पर बने रपटे पर तेज बारिश की वजह से पानी बह रहा था। काफी देर तक इंतज़ार भी रपटे पर पानी कम नहीं हुआ तो तीनो रपटा पार करने लगे। इस दौरान तेज बहाव के चलते हरी बाई का पैर फिसलने से नदी में बह गयी। हरी बाई को बचाने के प्रयास में माँ सरवती और छोटी बेटी ममता भी पानी के तेज बहाब में बहने लगी। नदी किनारे खड़े गांव के ही दो युवक सोनू कुशवाहा और संदीप कुशवाहा ने माँ ममता और छोटी बेटी ममता को कड़ी मेह्नत के बाद निकला। वही हरीबाई को नहीं बचाया जा सका।Conclusion:पेड़ की जड़ में फसा मिला शव
देर रात को ही होमगार्ड के जवान पहुंच गया है लेकिन अँधेरा होने की वजह से शव को पानी के बाहर से देर रात ढूढ़ते रहे वही आज सुबह बाबई थाना पुलिस और होमगार्ड के 8 जवान मौके पर पहुंचे और काफी देर सर्चिग करने के बाद मृतका हरीबाई के शव को करीब 100 मीटर की दूरी पर पेड़ की जड़ में फसा हुआ निकला। फिलहाल बाबई पुलिस मर्ग कायम कर शव का पीएम कराकर परिजनों को सौप दिया हे।
बाइट आर.के.एस चौहान ( डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड)