होशंगाबाद। देशभर में बीएसएनएल के दो लाख कर्मचारी 3 दिवसीय हड़ताल पर बैठे हुए हैं. इनकी मांग बीएसएनएल में 4G स्पेक्ट्रम लाने की है. इसे लेकर बीएसएनएल कर्मचारी यूनियन का कहना है कि अगर 4G स्पेक्ट्रम नहीं आता है, तो वे लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करते हुए वोट नहीं देंगे.
कर्मचारी लगातार '4G स्पेक्ट्रम नहीं तो वोट नहीं' का नारा लगाते हुए विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. ट्रेड यूनियन के आह्वान पर 2 दिन से ऑफिस के बाहर कर्मचारी ताला डालकर हड़ताल पर बैठे हुए हैं. ये कर्मचारी अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
कर्मचारियों का कहना है कि सरकार प्राइवेट कंपनियों को 4G स्पेक्ट्रम बांट रही है, लेकिन बीएसएनएल कंपनी को इसकी अनुमति नहीं दे रही है. उनका कहना है कि इस स्थिति में बीएसएनएल प्राइवेट कंपनियों से मुकाबला नहीं कर पा रहा है. कर्मचारी जनवरी 2017 से लंबित वेतन रिवीजन दिलवाने, पेंशन अंशदान की कटौती, वास्तविक मूल वेतन, सेकंड पीआरपी के लंबित मामले निपटाने जैसे मुद्दे सुलझाने की भी मांग कर रहे हैं.