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एक आंख वाली प्रिया दुनिया को दिखा रही रास्ता, इसके जीवन पर बनी है 'मेरी उड़ान'

होशंगाबाद की रहने वाली प्रिया जन्म से नेत्रहीन है. जिसके बावजूद प्रिया ने जूडो कराटे में देश-प्रदेश में कई चैंपियनशिप जीत कर जिले का नाम रोशन किया है.

नेशनल चैम्पियन प्रिया
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Published : Mar 7, 2019, 11:53 PM IST

होशंगाबाद। 'चाहे कितना भी ऊंचा कर दो आसमान को, रोक ना सकोगे मेरी उड़ान को', ऐसी ही सोच के साथ जी रही है होशंगाबाद की रहने वाली जन्म से नेत्रहीन लड़की प्रिया, जिसके साहस का लोहा पूरी दुनिया ने माना है. यही वजह है कि प्रिया के किरदार पर 'मेरी उड़ान' नाम की पूरी फिल्म बनाई गई है.

निमसाड़िया की रहने वाली प्रिया जन्म से ही नेत्रहीन है. जिसके बावजूद प्रिया ने जूडोकराटे में देश-प्रदेश में कई चैंपियनशिप जीती है. वह बहुत ही जल्द इंटरनेशनल चैंपियनशिप खेलने के लिए जाने वाली है. प्रिया की प्रारंभिक शिक्षा गांव में हुई है, जहां उसने मोबाइल से सुन-सुनकर अपनी 12वीं तक की पढ़ाई को पूरा की है. प्रिया को सुहागपुर स्थित दलित संघ एनजीओ ने जूड़ो कराटे की ट्रेनिंग दिलाई और उसी एनजीओ की तरफ से कई राष्ट्रीय चैंपियन में हिस्सा लिया. आज प्रिया महिलाओं के लिए आदर्श बन गई है.

national champion
नेशनल चैम्पियन प्रिया

प्रिया पर 'मेरी उड़ान' नाम से एक फिल्म भी बन चुकी है
प्रिया के नाम से मेरी उड़ान नाम से एक फिल्म भी बन चुकी है, एक बेहद गरीब परिवार की बेटी अतुल्य प्रतिभा की धनी है. इस फिल्म की खजुराहो फिल्म महोत्सव में विशेष स्क्रीनिंग भी की गई. जिसमें प्रिया ने खुद अभिनय किया है. प्रिया के अभिनय को कई फिल्म सितारों ने भी सराहा है.

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वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी में जुटी प्रिया
प्रिया ब्लाइंड जूडो कराटे वर्ल्ड चैंपियन की तैयारी कर रही है और जल्दी ही विदेश जाकर अपने प्रतिभा दिखाने वाली है. वह पासपोर्ट नहीं बनने के कारण पिछले दो बार से टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पा रही थी. लेकिन इस बार सभी कागजी कार्रवाई पूरी कर ली गई है, वर्ल्ड चैंपियन में भाग लेकर वह एक बार फिर देश-प्रदेश सहित होशंगाबाद का नाम रोशन करेगी.

कराटे चैंपियन प्रिया की बड़ी बहन उसका सबसे बड़ा सहारा
प्रिया के पांच भाई-बहन है, जिसमें एक भाई और प्रिया सहित दो बहन जन्म से ही नेत्रहीन हैं. प्रिया की बड़ी बहन घर का सारा काम देखती है. वह प्रिया को स्कूल से लाने ले जाने का काम करती है. वहीं, प्रिया के पिता का कहना है कि बेटी एक कुल का नहीं दो कुल का नाम रोशन करती है, इसलिए उन्हें हमेशा आगे बढ़ाते रहना चाहिए.

होशंगाबाद। 'चाहे कितना भी ऊंचा कर दो आसमान को, रोक ना सकोगे मेरी उड़ान को', ऐसी ही सोच के साथ जी रही है होशंगाबाद की रहने वाली जन्म से नेत्रहीन लड़की प्रिया, जिसके साहस का लोहा पूरी दुनिया ने माना है. यही वजह है कि प्रिया के किरदार पर 'मेरी उड़ान' नाम की पूरी फिल्म बनाई गई है.

निमसाड़िया की रहने वाली प्रिया जन्म से ही नेत्रहीन है. जिसके बावजूद प्रिया ने जूडोकराटे में देश-प्रदेश में कई चैंपियनशिप जीती है. वह बहुत ही जल्द इंटरनेशनल चैंपियनशिप खेलने के लिए जाने वाली है. प्रिया की प्रारंभिक शिक्षा गांव में हुई है, जहां उसने मोबाइल से सुन-सुनकर अपनी 12वीं तक की पढ़ाई को पूरा की है. प्रिया को सुहागपुर स्थित दलित संघ एनजीओ ने जूड़ो कराटे की ट्रेनिंग दिलाई और उसी एनजीओ की तरफ से कई राष्ट्रीय चैंपियन में हिस्सा लिया. आज प्रिया महिलाओं के लिए आदर्श बन गई है.

national champion
नेशनल चैम्पियन प्रिया

प्रिया पर 'मेरी उड़ान' नाम से एक फिल्म भी बन चुकी है
प्रिया के नाम से मेरी उड़ान नाम से एक फिल्म भी बन चुकी है, एक बेहद गरीब परिवार की बेटी अतुल्य प्रतिभा की धनी है. इस फिल्म की खजुराहो फिल्म महोत्सव में विशेष स्क्रीनिंग भी की गई. जिसमें प्रिया ने खुद अभिनय किया है. प्रिया के अभिनय को कई फिल्म सितारों ने भी सराहा है.

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वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी में जुटी प्रिया
प्रिया ब्लाइंड जूडो कराटे वर्ल्ड चैंपियन की तैयारी कर रही है और जल्दी ही विदेश जाकर अपने प्रतिभा दिखाने वाली है. वह पासपोर्ट नहीं बनने के कारण पिछले दो बार से टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पा रही थी. लेकिन इस बार सभी कागजी कार्रवाई पूरी कर ली गई है, वर्ल्ड चैंपियन में भाग लेकर वह एक बार फिर देश-प्रदेश सहित होशंगाबाद का नाम रोशन करेगी.

कराटे चैंपियन प्रिया की बड़ी बहन उसका सबसे बड़ा सहारा
प्रिया के पांच भाई-बहन है, जिसमें एक भाई और प्रिया सहित दो बहन जन्म से ही नेत्रहीन हैं. प्रिया की बड़ी बहन घर का सारा काम देखती है. वह प्रिया को स्कूल से लाने ले जाने का काम करती है. वहीं, प्रिया के पिता का कहना है कि बेटी एक कुल का नहीं दो कुल का नाम रोशन करती है, इसलिए उन्हें हमेशा आगे बढ़ाते रहना चाहिए.

Intro:चाहे कितना भी ऊंचा कर दो आसमान को रोक ना सकोगे मेरी उड़ान को ऐसी ही सोच के साथ जीने वाली एक होशंगाबाद के निमसाडिया गाँव की एक जन्म से नेत्रहीन लड़की जिसके साहास का लोहा पूरी दुनिया ने माना जिस किरदार पर ही " मेरी उड़ान" नाम की पूरी फ़िल्म ही बनाइ दी गई है ।


Body:होशंगाबाद के छोटे से गांव निमसाडिया की रहने वाली प्रिया जन्मजात नेत्रहीन होने के बावजूद ना सिर्फ पढ़ाई की जूडो कराटे को सीखा एक बेहतर खिलाड़ी बनी जिसने देश प्रदेश मे
कई चैंपियनशिप जीत अपने नाम की और अब इंटरनेशनल चैंपियनशिप खेलने के लिए बहुत जल्द जाने वाली है प्रिया की प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल में हुई जहां उसने मोबाइल से सुन सुन कर अपनी 12वीं तक की पढ़ाई को पूरा किया और प्रिया को होशंगाबाद जिले के सुहागपुर स्थित दलित संघ एनजीओ ने जूडो कराटे की ट्रेनिंग दिलाई और उसी एनजीओ की तरफ से कई राष्ट्रीय चैंपियन में हिस्सा लिया जो आज महिलाओं के लिए सहित पूरे समाज के लिए आदर्श बन गई है

प्रिया पर मेरी उड़ान नाम से मूव एक फिल्म भी बन चुकी है

प्रिया के नाम से मेरी उड़ान नाम से एक मूवी भी बन चुकी है। जो प्रिया की कहानी पर आधारित है एक बेहद गरीब परिवार की बेटी अतुल्य प्रतिभा की धनी नेत्र हीन होने के बावजूद शरीफ पढ़ाई की बल्कि जूडो कराटे को वास्तविक जीवन में सीखा और एक नेशनल चैंपियन बनी ।इस फ़िल्म की खजुराहो फिल्म महोत्सव में इसकी विशेष स्कीमिंग भी की गई जिसमें प्रिया ने खुद अभिनय किया है प्रिया के अभिनय को कई फिल्म सितारों ने भी सराहा है।

वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी कर रही तैयारी

प्रिया ब्लाइंड जोड़ो कराटे वर्ल्ड चैंपियन की तैयारी कर रही है और जल्दी विदेश जाकर अपने प्रतिभा को दिखाने वाली है फिलहाल पासपोर्ट नहीं बनने के कारण पिछले दो बार से टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पा रही थी लेकिन इस बार सभी कागजी कार्रवाई पूरी कर ली गई है वर्ल्ड चैंपियन में भाग लेकर फिर देश प्रदेश सहित होशंगाबाद का नाम रोशन करेंगी।

कराटे चैंपियन प्रिया की बड़ी बहन बनी उसका सबसे बड़ा सहारा

छोटे से गांव नीमसाड़ियां के रहने वाली कराटे चैंपियन प्रिया के परिवार में प्रिया पांच भाई बहन है जिसमें 1 भाई प्रिया सहित दो बहन जन्म से ही नेत्रहीन है जिसमें प्रिया की बड़ी बहन घर का सारा काम देखती हैं जो प्रिया को स्कूल से लाने ले जाने का काम करती है । वही प्रिया के पिता जी का कहना है कि बेटी एक कुल का नही दो कुल का नाम रोशन करती है इसलिए हमेशा आगे बढ़ाते रहना चाहिए।

बाइट प्रिया ( नेशनल चैम्पियन )
प्रिया ( प्रिया के पिता जी )




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