होशंगाबाद। शहर में रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है. यात्रियों को स्टेशन पर अंधेरे में खड़े रहने को मजबूर होना पड़ता है. स्टेशन पर कभी भी लाइट गुल हो जाती है. जिसके चलते स्टेशन पर अंधेरा पसरा रहता है. वहीं ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ता है.
कहने को तो होशंगाबाद मॉडल स्टेशन है. लेकिन सुविधाएं रेलवे द्वारा नहीं दी जा रही हैं. बिजली कटौती होने के चलते स्टेशन पर अंधेरा पसरा रहता है. साथ ही कोरोना वायरस के लिए की गई व्यवस्थाओं में कमी देखने को मिल रही है. स्टेशन के प्रवेश द्वार पर हैंडवॉश की व्यवस्था रेलवे द्वारा की गई थी, लेकिन अब कुछ समय बाद ही इसे बंद कर दिया गया है. केवल दिखाने के लिए ही हैंडवॉश लगाया गया है.
बार-बार बिजली जाने के चलते असमाजिक तत्व स्टेशन पर जमावड़ा लगा कर बैठे रहते हैं. शाम होते ही शराबियों का अड्डा स्टेशन बन जाता है. होशंगाबाद स्टेशन फिलहाल 10 गाड़ियो का कोरोना काल के चलते स्टॉपेज है. जिसमें करीब 300 से 500 लोग रोजाना यात्रा करते हैं.